
दिल्ली न्यूज़ धमाका /// किसान आंदोलन को आज एक साल पूरा हो गया और इस मौके पर बड़ी संख्या में आंदोलनकारी दिल्ली की सीमाओं पर जमा हो रहे है। आंदोलन के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। यूनाइटेड किसान मोर्चा ने ‘दिल्ली चलो’ का आह्वान किया है, जिसके तहत दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हजारों किसान किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आ रहे हैं।
वही आंदोलन के एक साल पूरे होने पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आज लोग सभी सरहदों पर आकर बात करेंगे। अभी आंदोलन चल रहा है। केंद्र सरकार बात करे तो आगे समाधान निकलेगा, वो बात ही नहीं करना चाहते। बिना बात किए समाधान कैसे मिलेगा? किसानों की जो समस्या है वो वैसी की वैसी बनी हुई है। जब तक सरकार किसानों से बात नहीं करती और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून नहीं लाती। तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा। बता दे केंद्र ने हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की है।
हजारों ट्रैक्टर दिल्ली की सीमा तक पहुंच रहे है। किसान दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। किसान पिछले एक साल से दिल्ली की तीन सीमाओं सिंघू , टिकरी और गाजीपुर में डेरा डाले हुए हैं। केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत पिछले साल 26-27 नवंबर को ‘दिल्ली चलो’ कार्यक्रम से हुई थी।
दिल्ली की सीमाओं पर लगाए गए बैरिकेड्स दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मुस्तैदी बढ़ा दी गई है और जो बैरिकेड्स हटाए गए थे उन्हें फिर से लगा दिया गया है। खासकर सिंधु सीमा पर कई परतों की बैरिकेडिंग की गयी है। रात के करीब तीन बजे भी सिंघू बॉर्डर के हर बैरिकेड्स पर पुलिसकर्मी तैयार दिखे। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह के कानून का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो भी कानून का उल्लंघन करने की कोशिश करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी