आज है अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस, अपनी प्यारी बिटिया को ऐसे दें शुभकामनाएं, जानिए इतिहास व महत्व
। । इस खास दिन पर परिवार, समाज और देश के लिए बालिकाओं के महत्व को दर्शाया जाता है। साथ ही यह संदेश दिया जाता है कि बालिकाओं की क्षमताओं और शक्तियों को पहचान कर उनके लिए दिल खोलकर अवसर मुहैया कराने चाहिए। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के पीछे उद्देश्य है कि दुनियाभर की बालिकाओं के आवाज का सशक्त करना है। मनाने की शुरुआत एक एनजीओ ने की थी, एनजीओ ने क्योंकि मैं एक लड़की हूं कैम्पैन चलाया था। दुनियाभर में कई ऐसे इलाके या देश के जहां बालिका को लड़कियों की तुलना में कम महत्व दिया जाता है और बालिकाओं के साथ विवाह, शिक्षा, सामाजिक स्तर में कई तरह के भेदभाव किए जाते हैं। साथ ही हिंसा, शिक्षा के खराब अवसरों जैसे लिंग आधारित चुनौतियों का सामना करने के कारण कई देशों में महिलाओं के स्थिति काफी खराब है। इस बार 2021 को ‘डिजिटल जनरेशन: हमारी पीढ़ी’ की थीम के आधार पर मनाया जा रहा है। यदि 2021 को आप भी सेलिब्रेट करना चाहते हैं और अपनी प्यारी से बेटी के शुभकामना के तौर पर एक प्यारा सा संदेश भेजना चाहते हैं तो इन संदेशों को आजमा सकते हैं, जो बेटी के दिल को छू जाएंगे – संयुक्त राष्ट्र में सतत विकास लक्ष्यों को 2017 में अपनाया गया था, जिसमें लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण प्राप्त करना भी शामिल है। इसी के मद्देनजर साल 2030 तक यह लक्ष्य रखा गया है कि युवा लड़कियों की सहायता कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा में समान अवसर और बिना किसी लिंग-आधारित भेदभाव या हिंसा के सभी अवसर उपलब्ध कराएं जाएंगे। कनाडा सरकार ने संयुक्त राष्ट्र की 55वीं आम सभा में 2021 मनाने का प्रस्ताव रखा और अंतत: संयुक्त राष्ट्र ने 19 दिसंबर, 2011 को इस प्रस्ताव को पारित किया। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के लिए 11 अक्टूबर की तारीख तय की गई और उसके बाद साल 2012 के बाद हर साल International Day of the Girl Child 2021 मनाया जाने लगा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस अभियान के विस्तार के लिए कनाडा सरकार से संपर्क किया गया। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के कारण दुनिया के अधिकांश आबाद लैपटॉप व मोबाइल के सामने बैठकर काम करने के लिए मजबूर हो गई है, ऐसे में दूसरी चुनौती यह भी है कि दुनियाभर में लगभग 2.2 बिलियन लोगों के पास अभी भी इंटरनेट कनेक्शन नहीं है। ऐसे में खासकर लड़कियों की स्थिति और भी अधिक खराब है।वैश्विक स्तर पर, इंटरनेट उपयोगकर्ताओं का लिंग अंतर 2013 में 11 प्रतिशत से बढ़कर 2019 में 17 प्रतिशत हो गया है। सबसे कम विकसित देशों के लिए यह करीब 43 प्रतिशत हो चुका है। डिजिटल क्रांति के युग में जहां लोग नए कौशल सीखने और राजस्व अर्जित करने के लिए विभिन्न तरीकों से प्रौद्योगिकी का उपयोग कर रहे हैं तो ऐसे में महिलाओं और लड़कियों को पीछे इस मामले में पीछे नहीं छोड़ा जा सकता है।अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 2021 मनाने की शुरुआत एक NGO ‘प्लान इंटरनेशनल’ के द्वारा की गई थी। इसके शुरुआत एक प्रोजेक्ट के रुप में हुई थी। इस NGO ने “क्योंकि मैं एक लड़की हूं’ नाम से एक जागरुकता कैम्पैन चलाया था।