दंतेवाड़ा न्यूज़ धमाका /// आज सीएम भूपेश बघेल ने इंद्रावती नदी पर बने पुल का उद्घाटन किया. सीएम ने कहा कि यह पुल पूरे बस्तर को अबूझमाड़ से जोड़ने वाला है. सीएम बघेल ने आज छिंदनार-पाहुरनार घाट पर बहुप्रतीक्षित इंद्रावती नदी पर बने पुल का उद्घाटन किया.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि इस गांव में पहली बार कोई मुख्यमंत्री आया है. उन्होंने कहा कि यह कोई साधारण पुल नहीं है. यह दंतेवाड़ा-बीजापुर-नारायणपुर को जोड़ने वाला है। यह पुल सिर्फ 10 गांवों को ही जोड़ने वाला नहीं है, बल्कि पूरे बस्तर को अबूझमाड़ से जोड़ने वााला है.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि इसका फायदा न सिर्फ स्कूल जाने वाले बच्चों को मिलेगा. बल्कि बारिश में जान खतरे में डाल डोंगी से नदी पार करने वाले ग्रामीणों को भी मिलेगा. उन्होंने कहा कि डायल-112, एंबुलेंस 108 की सेवा आपके गांव तक पहुंचेगी. यह पुल सही मायने में विकास का द्वार है.
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि पुल को बनाने में बहुत सारे जवानों और ग्रामीणों ने अपनी शहदात दी है. मुख्यमंत्री बघेल ने इसके साथ ही पुल का नाम पाहुरनार के पूर्व सरपंच पोसेराम के नाम से करने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने कहा कि दंतेश्वर मंदिर का भी रायपुर के कौशल्या मंदिर की तर्ज पर विकास होगा और वहां ज्योति कलश स्थापित किया जाएगा.
बस्तर की जीवनदायिनी कही जाने वाली इंद्रावती नदी बारिश के दिनों में किसी बड़े अभिशाप से कम नहीं है. बस्तर के 30 से ज्यादा नदी घाटों में डोंगी पलटने से हर साल बारिश में ही औसतन 15 से ज्यादा मौतें होती हैं. बस्तर के 2 जिलों के नदी पार बसे 100 से ज्यादा माड़ के गांवों को राहत देने दो जिलों में करोड़ों रुपए की लागत से 4 पुल का निर्माण हो रहा है. जिसमें छिंदनार-पाहुरनार घाट पर पुल का काम पूरा हो गया है.
ये पूरा इलाका नक्सलियों के कब्जे में है. वजह यही है कि यहां सरकार की योजनाएं पहुंचाने में प्रशासन के भी पसीने छूटते हैं. बाजार, अस्पताल, राशन लेने, स्कूल जाने नदी पार करने बड़ी आबादी डोंगी से उफनती इंद्रावती को पार करती हैं. हालांकि, पुल बनने से अब राहत है.