कोरबा न्यूज़ धमाका /// शासन से तय मजदूरी दर अकुशल के लिए 374 रुपए, अर्ध कुशल के लिए 399, कुशल के लिए429 व उच्च कुशल के लिए 449 रुपए तय है। लेकिन मजदूराें काे पूरा भुगतान नहीं दिया जाता। किसी काे 150 रुपए की दर से, किसी काे 250 ताे किसी काे 300 की दर से भुगतान हाेता है। मजदूरी कम मिलने की शिकायत पर काम से निकालने भय मजदूराें काे दिखाया जाता है। लेकिन मजदूराें ने कहा कि अगर एेसा हाेता है ताे वे फिर आंदाेलन के लिए बाध्य हाे जाएंगे। बिजली कंपनी के प्लांटाें में काम करने वाले मजदूराें काे ठेकेदार शासन से तय दर अनुसार मजदूरी नहीं देते हैं।
कागजाें में भले ही पूरा वेतन देने की बात हाेती है, लेकिन मजदूराें के हाथ उससे कम वेतन आता है। जानकारी के बाद भी इस पर अफसर ध्यान नहीं देते हैं। लंबे समय से ऐसा चला आ रहा है।मजदूर काम से निकालने जाने या फिर वेतन कटाैती के डर से विराेध में सामने नहीं आते रहे। लेकिन अब ठेकेदाराें व प्रबंधन के रवैय्ये से नाराज हाेकर उनकाें सामने एएकर एएक्षदाेलन के लिए मजबूर हाेना पड़ रहा है। इसी कड़ी में बुधवार काे डीएसपीएम प्लांट व कंपनी के अंतर्गत आने वाले अन्य कार्याें में नियाेजित 600 से ज्यादा ठेका श्रमिकाें ने विद्युत कर्मचारी संघ फेडरेशन के बैनर तले प्रबंधन के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया, बड़ी संख्या में महिला मजदूर भी शामिल हुई। मजदूर सुबह 5 बजे से ही बड़ी संख्या में प्लांट के बाहर जुट गए थे।