- जायडस कैडिला की कोरोना वैक्सीन जायकोव-डी करीब 25 डिग्री के टेंपरेचर पर 3 महीनों तक टिक सकती है. कंपनी का दावा है इससे वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन और स्टोरेज में आसानी होगी. इसके अलावा यह 12 साल और उससे ज्यादा उम्र के लोगों के वैक्सीनेशन के लिए मंजूर की गई पहली वैक्सीन है. इसकी तीन खुराक 28 दिनों के गेप के साथ दी जाएंगी.
नई दिल्ली न्यूज़ धमाका /// केंद्र सरकार ने फार्मा कंपनी जायडस कैडिला को कोरोना वैक्सीन की एक करोड़ डोज का ऑर्डर दिया है जो 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को लगाई जाएगी.देश में बच्चों की वैक्सीन का इंतजार अब खत्म होने जा रहा है. इसके साथ ही कैडिला की ओर से भारत में वैक्सीन की कीमत भी तय कर दी गई है.
जायकोव-डी वैक्सीन की एक डोज की कीमत 265 रुपये होगी. इसके अलावा नीडल फ्री एप्लीकेटर के लिए जीएसटी को छोड़कर 93 रुपये में ऑर्डर मिला है. जायकोव-डी दुनिया की पहली प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन है, जिसे भारत में इस्तेमाल की मंजूरी मिली है.
फार्मा कंपनी की ओर से एक नियामक फाइलिंग में कहा गया, ‘जायडस कैडिला को विश्व के पहले प्लाज्मिड डीएनए वैक्सीन जायकोव-डी की एक करोड़ डोज की सप्लाई करने का ऑर्डर भारत सरकार से मिला है. डोज 265 रुपये प्रति के हिसाब से दी जाएगी और नीडल मुक्त एप्लीकेटर 93 रुपये प्रति डोज की दर से दिया जाएगा जिसमें जीएसटी शामिल नहीं होगा कंपनी ने कहा कि केंद्र सरकार के साथ चर्चा करने के बाद कीमत तय की गई है. वैक्सीन सिरिंज की बजाय नीडल फ्री एप्लीकेटर के जरिए दी जाएगी. एप्लीकेटर का नाम ‘फार्माजेट’ है. जायडस कैडिला की वैक्सीन नीडल की बजाए नीडल फ्री एप्लीकेटर की मदद से दी जाएगी. इस एप्लीकेटर से वैक्सीन लगने में दर्द नहीं होता साथ ही अन्य तरह के साइड इफेक्ट से भी बचा जा सकता है.