अंबिकापुर,न्यूज़ धमाका :-सरगुजा जिले की मेधावी छात्रा बबीता सिंह ने 12वीं की परीक्षा में मेरिट सूची में अपना नाम दर्ज करा अपने परिवार और गांव का नाम रोशन किया है।साधना प्लस कि टीम ने जब उसे मोबाइल में इस सफलता की सूचना दी तो पूरे परिवार की खुशी का ठिकाना न रहा।
लखनपुर विकासखण्ड के ग्राम कुसु की यह छात्रा अभावों में पली। महज साठ हजार सालाना आय वाले इस परिवार में बबीता की सफलता ने जरूरतमंद परिवार को नई राह दिखाई है। बबीता ने अपनी सफलता और उसके पीछे छिपे संघर्ष को बताया। पिता बाबूनाथ सिंह और माता मइया सिंह की तीन पुत्रियों में बबीता दूसरे नंबर की है। बड़ी पुत्री लीलावती और फिर बबीता के बाद तीसरी पुत्री अम्बिका है।
तीन पुत्रियों की शिक्षा का खर्च जरूरतमंद परिवार के लिए शुरू से समस्या बनी थी। पांचवीं तक गांव में पढ़ाई के बाद छठवीं से बबिता अपने बड़े चचेरे भाई के बुलावे पर रायगढ़ जिले के लैलूंगा चली गई। यहां उसने दसवीं तक शिक्षा ली।
दसवीं में भी बबीता ने 96 फीसद अंक हासिल किए थे। इसके बाद वह सरस्वती शिशु मंदिर अम्बिकापुर में पढ़ने आ गई। स्कूल प्रबंधन ने छात्रा की पढ़ाई में काफी मदद किया। उसके रहने की व्यवस्था सेवाभारती मातृछाया में की।
कोई कोचिंग नहीं, डटकर की पढ़ाई
छात्रा बबीता ने बताया कि उसकी ऐसी स्थिति नहीं थी कि वह किसी संस्थान में जाकर अलग से कोचिंग ले हां लेकिन उसके पढ़ाई में उसके बड़े भाई के साथ सरस्वती शिशु मंदिर अंबिकापुर के शिक्षकों का बड़ा योगदान रहा जीव विज्ञान संकाय की छात्रा बबीता के अनुसार पढ़ाई को लेकर गंभीर तो थी लेकिन परेशान नहीं थी वाह प्रतिदिन 4 से 6 घंटे बैठकर पढ़ाई करती रही।
शिक्षा के क्षेत्र में जाने का इरादा
12वीं की परीक्षा में मेरिट सूची में नाम दर्ज कराने वाली बबीता आगे अपना भविष्य शिक्षा के क्षेत्र से ही जोड़े रखना चाहती है। उसका कहना है कि वह शिक्षण क्षेत्र में ही जाने को प्राथमिकता देगी। इसके लिए वह आगे विज्ञान संकाय से स्नातक की पढ़ाई के अलावा व बीएड भी करना चाहती है। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं में भी उसकी नजर बनी रहेगी।