फिंगेश्वर,न्यूज़ धमाका :-अंचल में कुछ दिनों के विश्राम के बाद फिर से रेत खदानों में बैखौफ उत्खनन, अवैध भंडारण, परिवहन दु्रतगति से शुरू हो गया है। गत दिनों अंचल में चल रही खदानों के बारे में शिकायत जांच व अस्वीकृत खदानें बंद करने जैसी मुहिम ग्रामीणों द्वारा चलाई गई तो अंचल की लगभग सभी रेत खदानों में सारी गतिविधियां बंदकर दी गईं परंतु अब पुनः रेत खदानों में वहीं पुराना खेल धीरे-धीरे शुरू हो रहा है।
ग्रामीणों ने तय किया है कि 21 अप्रैल तक बिड़ोरा रेत खदान का सीमांकन भंडारण की सत्यापन जैसी कार्यवाही नहीं की गई तो विधायक अमितेश शुक्ल से मिलकर कार्रवाई किए जाने की मांग करेंगे।
इस अवैध रेत खदान के बारे में बिड़ोरा के ग्रामीणों ने एकजुटता दिखाते हुए बड़ा कदम उठाया है। बिड़ोरा के ग्रामीणों ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष घनश्याम साहू, सचिव कुंजलाल यादव, पूर्व सरपंच मनोज यदु, बोरिद ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच कमल भारती आदि ने बताया कि बिड़ोरा रेत खदान में अवैध खनन व भंडारण को लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित है। खनिज विभाग के अधिकारी कलेक्टर के आदेश के बाद भी जांच नहीं कर रहे हैं।
इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने बिड़ोरा के चौपाल में एक बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों की बैठक कर खनिज विभाग की कार्यप्रणाली के विरोध में सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित किया। ग्रामीणों के मुताबिक गत दिनों इस खदान में व्याप्त अनियमियता व खनिज विभाग के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर अवैध 2000 के नए-नए तरीकों का इजाद करने का समाचार सार्वजनिक होने पर कलेक्टर नम्रता गांधी के साथ राजिम आदि विभाग के एसडीएम अविनाश भोई ने खनिज विभाग को नियमानुसार भंडारण स्थल का भौतिक सत्यापन तथा स्पाट पर जाकर रेत उत्खनन स्थल की सीमा को चिन्हांकित करने का निर्देश दिया था किंतु खनिज विभाग के अधिकारियों ने कलेक्टर और एसडीएम आदेश को दरकिनार कर दिया है।