
राजनांदगांव न्यूज धमाका – छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ए.एन.टी.एफ. (नारकोटिक्स टास्क फोर्स) और सायबर सेल राजनांदगांव की संयुक्त टीम ने अंतरराज्यीय गांजा तस्करी के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी को मध्य प्रदेश के सागर से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान काले बहाद्दुर सोनी (34 वर्ष, निवासी शिवाजी वार्ड, सागर) के रूप में हुई है।
क्या है मामला?
इससे पहले 30 मार्च 2025 को राजनांदगांव के बोरतलाव थाना क्षेत्र अंतर्गत बिरे पुलिया, चांद-सूरज मेन रोड पर पुलिस द्वारा नाकेबंदी के दौरान एक बोलेरो पिकअप (CG-10-BQ-0634) वाहन को रोका गया था। वाहन में सब्जी के खाली कैरेटों के नीचे 243.54 किलोग्राम गांजा छिपाकर ले जाया जा रहा था। गांजा ओडिशा से सागर, मध्य प्रदेश ले जाया जा रहा था।
इस दौरान दो आरोपियों — दिलावर अली और संतोष पाल — को मौके पर गिरफ्तार किया गया था। उनके कब्जे से:
- गांजा
- बोलेरो वाहन
- 4 मोबाइल फोन
- कुल जब्त संपत्ति: ₹41,64,100
बरामद की गई थी।
मुख्य आरोपी अब पकड़ा गया
लंबी छानबीन और तकनीकी निगरानी के बाद मुख्य खरीददार काले बहाद्दुर सोनी को सागर, मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया। उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। गांजा की बाजार में अनुमानित कीमत ₹36,53,100 बताई गई है।
पुलिस की रणनीति और टीम की भूमिका
इस कार्रवाई को पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग के निर्देश पर अंजाम दिया गया। सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार के नेतृत्व में गठित टीम ने अभियुक्त तक पहुंचने के लिए इंड-टू-इंड निगरानी और ट्रैकिंग का उपयोग किया।
पूरी कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर और राहुल देव शर्मा के मार्गदर्शन में, तथा एसडीओपी डोंगरगढ़ आशीष कुंजाम के पर्यवेक्षण में की गई।
प्रमुख पुलिसकर्मियों की भूमिका:
- सउनि सुमन कर्ष
- अमित सोनी
- जोगेश राठौर
- जीवन ठाकुर
- परिवेश वर्मा
- आदित्य सिंह
इनकी सतर्कता और समर्पण से यह महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई।
तस्करों पर बढ़ता शिकंजा
इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि छत्तीसगढ़ पुलिस गांजा तस्करी जैसी गंभीर आपराधिक गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाए हुए है। तस्करी में शामिल अन्य अपराधियों की तलाश और गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है।