पूर्वी लद्दाख में हेकड़ी दिखा रहे चीन को सबक सिखाने के लिए भारत और अमेरिका धीरे-धीरे अपनी तैयारियों को मजबूत कर रहे हैं. दोनों देशों की सेनाओं ने बर्फीले मौसम में दुश्मन से निपटने का अभ्यास किया है.
भारत और अमेरिका के बीच अलास्का में 15 अक्टूबर से चल रहे साझा सैनिक अभ्यास का यह अंतिम और सबसे मुश्किल दिन था. इस अभ्यास में बेहद ठंड और ऊंचाई पर साथ मिलकर साझा दुश्मन से लोहा लेने की प्रैक्टिस की गई.भारतीय सैनिकों ने दूर से हमले के लिए रॉकेट लांचर और पास से कार्रवाई के लिए एके 47, स्वदेशी इंसास और सिग सौर राइफलों का इस्तेमाल किया. अमेरिकी सैनिकों ने एम4 और एम 16 राइफलों से दुश्मन का सामना किया. इस कार्रवाई में सैनिकों के पर्वतारोहण, जंगल में युद्ध और बेहद खराब मौसम में कार्रवाई करने के हुनर को कसौटी पर जांचा गया, जिसमें भारतीय सैनिक खरे उतरे. अलास्का में भारतीय और अमेरिकी सैनिकों को 25 अक्टूबर की रात को चिनूक हेलीकॉप्टरों से पहाड़ पर मोर्चाबंद दुश्मन से निबटने के लिए भेजा गया था. जबरदस्त सर्दी के बावजूद दोनों सेनाओं के सैनिकों ने लगातार 48 घंटे तक चले ऑपरेशन में दुश्मन की मोर्चाबंदी को तोड़कर उसे तबाह किया. इसी समय कई भारतीय-अमेरिकी सैनिकों ने एक दूसरे ऊंचे पहाड़ और ग्लेशियर पर भी कार्रवाई की. इस दौरान तापमान शून्य से 15 डिग्री तक नीचे था.