पीएम किसान सम्माननिधि के तहत 4000 रुपये पाने का आखिरी मौका है अगर आपने अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं किया है तो अंतिम तिथि यानी 30 सितंबर से पहले कर लें
पीएम किसान सम्माननिधि योजना के तहत लाभार्थी किसान परिवारों को 6000 रुपये सालाना उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाता है. ये रकम 2000-2000 रुपये की तीन किस्तों में ट्रांसफर की जाती है. इस योजना के अंतर्गत अब तक 1.38 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सम्मान राशि किसान परिवारों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है
नई दिल्ली न्यूज़ अगर आपको भी पीएम किसान की नौवीं किस्त नहीं मिली है तो अब आप एक साथ 4000 रुपये का लाभ ले सकते हैं. साथ ही आपको बता दें कि आने वाले दिनों में पीएम किसान योजना के तहत मिलने वाली रकम को सरकार दोगुना भी कर सकती है. आइए जानते हैं कि कैसे आप इस योजना के तहत अब 4000 रुपये का लाभ पा सकते हैं.
किसानों को मिलेंगे 4000 रुपये
वैसे पात्र किसान जिन्होंने अब तक पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कराया है वह 30 सितंबर से पहले पीएम किसान में अपना रजिस्ट्रेशन करा लेते हैं तो 4000 रुपये पाने के हकदार हो जाएंगे. क्योंकि अब आपके पास मौका है लगातार 2 किस्त यानी 4000 रुपये पाने का. इसके तहत यदि आपका आवेदन स्वीकार कर लिया जाता है तो अक्टूबर या नवंबर में आपको 2000 रुपये मिल जाएंगे. इसके बाद दिसंबर में भी 2000 रुपये की किस्त आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगी.
रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज
1. आपके पास बैंक अकाउंट नंबर होना अनिवार्य है क्योंकि सरकार डीबीटी के जरिए किसानों को पैसे ट्रांसफर करती है.
2. आपका बैंक अकाउंट आधार से लिंक होना जरूरी है.
3. आपके पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है. इसके बिना आप इस स्कीम का लाभ नहीं ले पाएंगे.
4. पीएम किसान की वेबसाइट pmkisan.gov.in पर अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें.
5. आधार को लिंक करने के लिए आप Farmer Corner के विकल्प पर जाएं और Edit Aadhaar Detail के ऑप्शन को क्लिक कर अपडेट करें
किसानों को मिल चुकी हैं 9 किस्तें
पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सरकार 9 किस्तें जारी कर चुकी है. पहली किस्त के रूप में जहां 3,16,06,630 किसानों के खाते में 2000 रुपये की रकम पहुंची तो 9वीं किस्त में अब तक 9,90,95,145 किसानों को पैसा भेजा चुका है. अभी 30 नवंबर तक बाकी बचे किसानों के खाते में 9वीं किस्त के पैसे भेजे जाएंगे. पीएम किसान योजना की शुरुआत 2018 में हुई थी, जिसका मकसद है साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करना.