
नई दिल्ली न्यूज़ धमाका /// आज के समय में लोन लेना आम बात हो गई है। इसके लिए बाजारों में भी कई कंपनियां मौजूद है। यहां तक की अब ऑनलाइन या डिजिटल तरीके से लोन लेने की सुविधाएं है। इस तरह से पेपरलेस लोन लेना कई बार ग्राहकों भारी भी पड़ जाता है क्योंकि कई लोन देने वाली कंपनियां फ्रॉड भी हो सकती है।
इसे लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने भी एक रिपोर्ट में खुलासा किया है। आरबीआई की रिपोर्ट की मानें तो भारतीय डिजिटल प्लेटफॉर्म में कई मोबाइल एप्लीकेशन मौजूद हैं जो ऑनलाइन या डिजिटल तौर पर लोन देते हैं और वो कंपनी फर्जी या अवैध है। RBI के मुताबिक क्रेडिट कार्ड या लोन में पैसे देने वाले 600 से ज्यादा मोबाइल एप्लीकेशन है, जोकि कई ऐप स्टोर में उपलब्ध भी हैं। इनका काम अनजान लोगों को ठगने का होता है। ठगी कर बैंक का पूरा ब्लैस तक उड़ा देते हैं।
आपको बता दें कि RBI जब डिजिटल लोन के बारे में पूरी जानकारी की रिपोर्ट तैयार कर रही थी तो उस दौरान उनकी टीम को पता चला की हजार ज्यादा क्रेडिट कार्ड और लोन कंपनियां है, जो ठगी का काम करती है। RBI की मानें तो अगर आप इंटरनेट या ऐप स्टोर पर क्वीक लोन, लोन या इंस्टेंट लोन सर्च करते हैं तो आपको ये फर्जी कंपनी देखने को मिल सकती है
RBI ने रिसर्च में पाया कि साल 2021 में जनवरी से फरवरी तक ऐप स्टोर पर 81 ऐप्स मौजूद थे। पिछले साल फर्जी लोन कंपनियों के खिलाफ करीब 2500 शिकायत दर्ज हुई थी। वहीं, अब RBI के राज्य स्तरीय समन्वय समिति के पोर्टल (SLCC) में लोन देने वाले ऐप्स की शिकायतों की संख्या बढ़ गई है। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात, आंध्र प्रदेश समेच पश्चिम बंगाल कई राज्य हैं जहां से लोन कंपनियों को लेकर शिकातें ज्यादा की गई है।