जगदलपुर न्यूज़ नक्सलियों के प्रवक्ता प्रताप ने प्रेस नोट जारी कर मोदी सरकार सहित पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रताप ने कहा कि,कृषि कानूनों के विरोध में देश के किसान 1 साल से लड़ रहे हैं। उनके संघर्षों का समर्थन देश भी कर रही है। पूरे देश भर में चल रहे किसान आंदोलनों से भाजपा परेशान हो गई है। कई राज्यों में चुनाव होने हैं, ऐसे में भाजपा को लग रहा है की वह हार जाएगी। भाजपा के द्वारा किसान नेताओं पर हमले भी किए जा रहे हैं। प्रताप ने कहा कि, मोदी के शासनकाल में किसानों का आय दोगुना होगा कहा जा रहा था। लेकिन किसानों की आय में 8.9% कमी आई है। लखीमपुर में नेताओं ने किसानों को रौंदा है। इस घटना की माओवादी पार्टी कड़ी निंदा करती है। शाहीनबाग जन आंदोलन को निरस्त करने के लिए हिंदुत्व के नेता टुकड़े-टुकड़े गैंग कहते हुए उन्हें मार देते हैं।
27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया, तो बस्तर के IG सुंदरराज पी ने चेतावनी दी और कार्रवाई करने की बात कही थी।प्रताप ने कहा कि, हरियाणा में 17 जून को कसार गांव के किसान मुकेश सिंह को जिंदा जलाकर मार डाला गया। लखीमपुर मामले पर किसानों ने कार्रवाई करने की मांग की और नेताओं के इस्तीफे की मांग की तो उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने उच्च न्यायालय के भूतपूर्व न्यायमूर्ति से जांच करवाने की बात कही। मंत्री के बेटे पर हत्या का केस दर्ज कर मृतकों के परिवारों को 45 लाख रुपए का मुआवजा देने की बात भी कही। उनके परिवार वालों को नौकरी देने का वादा करते हुए घायलों को 10 लाख रुपए देने का आश्वासन देने के साथ धरने से वापस भेज दिया गया।