दिल्ली,न्यूज़ धमाका :- केजरीवाल ने कहा- LG साहब ने योग क्लास बंद की तो दुःख हुआ. लोगों को पोस्ट कोविड दिक्कत हैं जिन्हें योग टीचर्स दूर करते हैं. दिल्ली इतनी गरीब भी नहीं कि अपने लोगों को योग न करा सके. उन्होंने कहा मैं BJP और कांग्रेस वालों का भी मुख्यमंत्री हूं. आप जिसे वोट डालना चाहे डालिए, ये काम हम पुण्य के लिए कर रहे हैं वोट के लिए नहीं कर रहे.
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए प्रचार प्रसार का आज आखिरी दिन है. ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कॉन्स्टिट्यूशन क्लब पहुंचे. यहां केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने योग टीचर्स को सैलरी चेक सौंपे. योग टीचर्स को सैलरी चेक बांटने के बाद अरविंद केजरीवाल बोले- मारने वाले से बचाने वाला बड़ा होता है. इन्होंने (LG) जब योग क्लास बंद की तब ही हमने ठान लिया था कि क्लास बंद नहीं होने देंगे. सीएम का दावा है कि दिल्ली के एलजी ने योगा सिखाने वाले शिक्षकों की सैलरी रोकी थी.
केजरीवाल ने कहा- LG साहब ने योग क्लास बंद की तो दुःख हुआ. लोगों को पोस्ट कोविड दिक्कत हैं जिन्हें योग टीचर्स दूर करते हैं. दिल्ली इतनी गरीब भी नहीं कि अपने लोगों को योग न करा सके. उन्होंने कहा मैं BJP और कांग्रेस वालों का भी मुख्यमंत्री हूं. आप जिसे वोट डालना चाहे डालिए, ये काम हम पुण्य के लिए कर रहे हैं वोट के लिए नहीं कर रहे. उन्होंने आगे कहा कि हम 20 से 25 लाख लोगों को योग कराने का टारगेट तय कर रहे हैं.
बता दें कि पिछले साल दिसंबर में सीएम केजरीवाल ने ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम की शुरुआत की थी. इसके तहत फ्री में योग क्लासेस लगाई जातीं हैं. 31 अक्टूबर को ये योजना खत्म होनी थी. आम आदमी पार्टी सरकार का दावा है कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने योजना को आगे बढ़ाने के लिए 26 अक्टूबर को ही फाइल पर साइन कर दिए थे और अगले दिन एलजी ऑफिस को भेज दी थी.
केजरीवाल सरकार के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया है कि एलजी सक्सेना ने इस योजना को आगे बढ़ाने की मंजूरी नहीं दी. जबकि, एलजी ऑफिस से जुड़े सूत्रों ने कहा कि योजना से जुड़ी कोई फाइल भेजी ही नहीं गई. सूत्रों ने ये भी बताया है कि सिसोदिया की ओर से पहले भी कोई फाइल नहीं भेजी गई थी. उनकी ओर से सिर्फ एक पत्र भेजा गया था जिसमें योजना को आगे बढ़ाने की मांग की गई थी.