छिंदवाड़ा न्यूज़ धमाका // मोहखेड़ विकासखंड के उमरानाला संकुल अंतर्गत आदिवासी गांव घोघरी में स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल में पदस्थ तीन शिक्षक ऐसे भी हैं, जिन्होंने एक दिसंबर 2016 से हर महीने अपनी खूद की सैलरी की एक प्रतिशत राशि से स्कूल की सूरत बदल दी। सिर्फ़ पठन-पाठन को बेहतर ही नहीं किया, बल्कि स्कूल की सूरत बदलने के लिए अपनी सैलरी से हजारों रुपये खर्च कर दिए गए। शिक्षा की इबारत लिखने वाले प्रभारी प्रधान पाठक अनिल कोठेकर अपने दो शिक्षक साथी रघुनाथ तावने, रामू पवार के साथ मिलकर अपनी सैलरी की राशि से स्कूल की साज-सज्जा की और स्कूल को हाइटेक बना दिया। इस स्कूल में प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी, लाउडस्पीकर, लैपटाप और टेबलेट से पढ़ाई होती है। किताबी शिक्षा के साथ-साथ डिजिटल शिक्षा देखने को विकासखंड के अलावा जिले के शिक्षक भी आते हैं।
इस स्कूल की डीपीसी, बीआरसी, तहसीलदार, जनपद सीईओ समेत अन्य अधिकारी ने भी स्कूल की प्रशंसा की है। उनके कार्यो को देख उनके विभाग ही नहीं क्षेत्र के लोग भी उनकी सराहना करते नहीं थकते हैं। स्कूल के इस कायाकल्प से बच्चों को भी यहां पढ़ने में काफी आनंद आ रहा है। बता दें कि हाल ही में मीन्स परीक्षा में इस स्कूल की एक छात्रा महिमा डोंगरे का चयन हुआ। स्कूल में सभी सुविधाएं हैं, जो प्राइवेट स्कूल में भी नहीं होती। यहां पर सिर्फ खेल मैदान की कमी है, जिसको लेकर जिम्मेदार पंचायत का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। स्कूल भवन के सामने मैदान समतलीकरण को लेकर कई बार यहां के शिक्षकों ने अपनी मांग रखी है, किंतु किसी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
मैं खुद पहले प्राइवेट स्कूल पढ़ा करती थी, लेकिन वहां न तो पढ़ाई अच्छे से होती और न ही कोई संसाधन थे, लेकिन जब से मैंने इस सरकारी स्कूल में दाखिला लिया तब से सब बढ़िया है। स्मार्ट क्लास और लाइब्रेरी की सुविधाएं यहां हैं। – संस्कृति डोंगरे, छात्रा कक्षा 7वीं
स्मार्ट टीवी के माध्यम से स्कूल में हमारी पढ़ाई करने में आसानी हो रही है। इससे हमें जल्दी समझ में आ जाता है। यहां पर अनुशासन समेत अन्य गतिविधियां करवाई जाती हैं। – प्रिंस डोंगरे, छात्र कक्षा 6वीं
जिस नौकरी से हमारा परिवार चलता है, उस स्कूल को बेहतर बनाने का संकल्प लिया। इसी मंशा के साथ सभी शिक्षक दिसंबर वर्ष 2016 से अपने वेतन से एक प्रतिशत राशि स्कूल में देने लगे। इस रकम से स्मार्ट टीवी, प्रोजेक्टर समेत स्कूल के लिए भौतिक सामग्री खरीदी गई। – अनिल कोठेकर, प्रभारी प्रधान पाठक शासकीय माध्यमिक स्कूल घोघरी