
ग्वालियर गार्वेज फ्री सिटी घोषित हो चुका है, लेकिन पिछली बार हम मात्र तीन नंबरों से वाटर प्लस की श्रेणी में आने से चूक गए थे। इस साल ग्वालियर वाटर प्लस के लिए कड़ी तैयारियां कर रहा है। इसके लिए हर सप्ताह एक जलाशय की सफाई का अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही लोगों को घरों से ही गीला सूखा कचरा अलग-अलग करके डालने की आदत डाली जा रही है।
पिछली बार यह रह गई थी कमीः पिछली बार वाटर प्लस में मात्र तीन अंक कम रह गए थे, यह तीन अंक नाले में टूटी हुई जाली एवं सड़क से बारिश का पानी नालों में ले जाने वाले पाइप बंद होने के कारण काट दिए गए थे।
इस बार पहले से ज्यादा तैयारियांः इस बार नगर निगम के पास पहले से ज्यादा टिपर वाहन हैं, पहले 110 थे लेकिन इस बार 190 है। वाटर फोगर मशीन बढी, पिछली बार 1 वाटर फोगर मशीन थी। इस बार 3 वाटर फोगर मशीन हैं, इसके साथ ही 5 अन्य वाटर फोगर मशीनें खरीदी जा रही है।
रोड स्वीपिंग मशीनेंः पिछली बार एक थी, इस साल तीन हैं, पांच और खरीदी जा रही हैं।
कचरा ट्रांसफर स्टेशन: पिछली बार यह बंद थे, इस बार इन्हें चालू कराया जा रहा है। पांच चालू हो चुके हैं, एक और जल्द ही चालू हो जाएगा।
लैंडफिल साइड: पिछली बार ईकोग्रीन कंपनी के जाने के बाद यह बंद था, लेकिन इस साल यह चालू हो गया है।
सीएनडी बेस्ट प्लांट: पिछली बार कुछ नहीं था, इस साल इसके टेंडर हो जाएंगे।