रानीतराई,न्यूज़ धमाका :- बेल्हारी से पुरूर मार्ग का चौड़ीकरण कार्य किया जा रहा है। यह कार्य धीमी होने से आने जाने वाले राहगीर और क्षेत्र के ग्रामीण भारी परेशान हैं। पौने दो साल में सड़क निर्माण का काम अभी आधा भी नहीं हो सका है। सड़क पर फैली गिट्टी वाहनों के लिए खतरा बन रही है। पूरी सड़क गिट्टी और धूल के गुबार के अलावा कुछ भी नजर नहीं आता। इसे ग्रामीणों में काफी रोष है।
90 करोड़ की लागत से करीब 27 किमी बनने वाली इस सड़क में किकिरमेटा और अरकार के मध्य खारुन नदी पर बड़ा पुल का निर्माण किया जा रहा है।
निर्माण एजेंसी बीएसबीके प्राइवेट लिमिटेड के अफसरों की उदासीनता से यह कार्य कछुवा चाल से चल रहा है। वहीं किकिरमेटा के ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग व एडीबी के अफसरों सहित निर्माण कंपनी के अधिकारियों के रवैये को लेकर शिकायत दर्ज कराते हुए पुल निर्माण में मनमानी करने का आरोप लगाया है।
ग्रामीण अध्यक्ष झल्लू निषाद, कांग्रेस नेता घनेश्वर साहू, सरपंच नेतराम निषाद ने बताया कि नदी पर बनने वाला पुल किकिरमेटा और अरकार के बीच मध्य भाग में बनाना चाहिए था। लेकिन निर्माण एजेंसी ने किकिरमेटा के ग्रामीणों के विरोध के बावजूद स्ट्रक्चर को किकिरमेटा बस्ती की तरफ मोड़ दिया है। इससे नदी का बहाव गांव की ओर बढ़ने से बारिश में किकिरमेटा व शुक्लाडीह में कटाव का खतरा बढ़ेगा।
करेंगे आंदोलन
ग्रामीण रफीक खान, परशु निषाद, परमेश्वर चक्रधारी ने बताया कि शासकीय भूमि को छोड़कर किसानों की लगानी भूमि से सटाकर काम किया जा रहा है। एजेंसी के अफसरों को शिकायत करने पर वे गोल-मोल जवाब दे रहे हैं। ठेकदार कंपनी एवं एडीबी के जिम्मेदारों की इस कार्यशैली से परेशान ग्रामीण अब पुल निर्माण के गलत तरीके को लेकर लामबंद हो रहे है और सड़क की लड़ाई लड़ने आंदोलन की रूपरेखा बना रहे हैं।