नवजोत सिंह सिद्धू ने मंगलवार को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया , और अब पार्टी ने उन्हें समझाने की कोशिश की है पर वो नही माने
नई दिल्ली क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा मंगलवार को सभी को चौंकाते हुए पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को पार्टी ने उन्हें समझाने की कोशिश की है, लेकिन वह टस से मस नहीं हुए हैं. बुधवार सुबह ही उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा है, “मैं सच के लिए आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा
पंजाब कांग्रेस पर आए संकट पर 10 सबसे अहम बाते
- अमरिंदर सिंह – नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद लगभग एक साल पहले शुरू हुआ था, जब पंजाब में कांग्रेस काफी ताकतवर थी. आज, पार्टी में कोलाहल है, औऱ प्रतिद्वंद्वी आम आदमी पार्टी धुआंधार प्रचार में जुटी हुई है. प्रमुख अरविंद केजरीवाल बुधवार को पंजाब में ही हैं
- पंजाब कांग्रेस प्रमुख की गद्दी संभालने के सिर्फ दो माह बाद ही सिद्धू द्वारा उठाए गए इस कदम से गांधी परिवार भी हैरान है, जिन्होंने राज्य में पार्टी की कमान सिद्धू के हाथों में सौंप दी थी, और अमरिंदर सिंह से इस्तीफा ले लिया था, जबकि पंजाब विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ चार महीने बचे हैं.
- कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को ही सिद्धू को लेकर गांधी परिवार को भी चेताया, और कहा ‘मैंने पहले ही कहा था…’ उन्होंने सिद्धू को ‘अस्थिर और पंजाब के लिए खतरनाक’ करार दिया.
- पंजाब कांग्रेस पर छाए इस संकट के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, जो दिल्ली में थे, ने अपने अगले कदम के बारे में कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया, और पार्टी को अंदाज़े लगाते छोड़ गए. अटकलों का बाज़ार गर्म है कि वह BJP के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने वाले हैं. ख़बरों की मानें, तो पद छोड़ते वक्त बार-बार हुई ‘बेइज़्ज़ती’ का ज़िक्र करने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह अब BJP प्रमुख जे.पी. नड्डा तथा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं. अब तक, कैप्टन ने इन ख़बरों का खंडन करते हुए यही कहा है कि उनकी दिल्ली यात्रा ‘निजी’ है.
- सिद्धू के इस्तीफे के तुरंत बाद एक राज्य मंत्री तथा तीन पदाधिकारियों ने भी सिद्धू के प्रति एकजुटता दिखाते हुए इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, “चिंता की कोई बात नहीं है… सब ठीक हो जाएगा…”
- नवजोत सिंह सिद्धू हाल ही में नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा किए गए कैबिनेट फेरबदल से भी नाराज़ थे. बताया जाता है कि उन्हें कुछ विवादास्पद नियुक्तियों में ऐसा लगा, जैसे उनकी अनदेखी की गई है. वह इस बात से नाराज़ थे कि कुछ अहम पद उन अधिकारियों को दिए गए हैं, जिनका नाम ‘बेअदबी मामले’ से जुड़ा है.
- चरणजीत सिंह चन्नी दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और सूत्रों का कहना है कि वह चुनाव के लिए कांग्रेस के 18-सूत्री एजेंडा से जुड़ी ‘घोषणा कर सकते हैं’. ऐसा प्रतीत होता है कि अधूरा एजेंडा वही है, जिन मुद्दों पर सिद्धू नाराज़ थे
- कांग्रेस पहले पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत को सिद्धू से बात करने का ज़िम्मा सौंप रही थी, लेकिन बताया जाता है कि अब यह काम नए मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दिया गया है
- बुधवार सुबह कांग्रेस के विधायक तथा मंत्री सिद्धू के आवास पर पहुंचे, ताकि उन्हें शांत किया जा सके, और इस्तीफा वापस लेने के लिए मनाया जा सके. लेकिन अब तक सभी कोशिशें नाकाम रही हैं
- कांग्रेस ने पंजाब में नया प्रमुख तैनात करने के लिए कथित रूप से ‘प्लान बी’ लॉन्च कर दिया है. माना जा रहा है कि पार्टी दो बार विधायक रह चुके कुलजीत सिंह नागरा अथवा पार्टी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को पार्टी की पंजाब इकाई का प्रमुख बनाने पर विचार कर रही है, क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू अपने फैसले पर पुनर्विचार करने से इंकार कर रहे हैं
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