सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कन्या पूजन के साथ मध्य प्रदेश के पहले जल पर्यटन केंद्र हनुवंतिया में छटवें जल महोत्सव का शुभारंभ किया। इसके साथ ही सैलानी दो माह तक इवेंट कंपनी द्वारा सजाई गई टेंट सीटी में ठहरने सहित रोमांचक व साहसिक खेल गतिविधियों और स्पीड बोट की राइड का लुत्फ उठा सकेंगे। जल महोत्सव के लिए हनुवंतिया को दुल्हन की तरह सजाया गया है। इस वर्ष सैलानियों के लिए इटली की रीगल बोट यहां आकर्षण का केंद्र रहेंगी।
कोरोना के प्रतिबंध हटने से निमाड़ के गोवा के नाम से मशहूर हनुवंतिया में छटवें जल महोत्सव की शुरूआत के साथ ही पर्यटन के द्वार खुल गए। 20 नवंबर से 20 जनवरी तक सैलानी यहां मनोरंजन के लिए धरती, आकाश और पानी में संचालित गतिविधियों का लुत्फ उठा सकेंगे। जल महोत्सव के दौरान सैलानी पैरामोटर शॉर्ट फ्लाइट, पैरामोटर लांग फ्लाइट, जिप लाइनर, वाल क्लाइंबिंग, तीरंदाजी, पेंट बाल, लैंड पैरासेलिंग, वाटर पैरासेलिंग, बनाना राइड्स, जेट स्की, हॉट एयर बलून सहित मनोरजंक और साहसिक खेल गतिविधियों का आनंद ले सकेंगे। इंदिरा सागर के बेक वाटर में उठने वाली लहरों को देखते हुए रीगल बोट यहां लाई गई है। बेक वाटर में उठने वाली ऊंची लहरों में भी आसानी से दौड़ सकेंगी। इसके अलावा जिप लाइनर, वाटर पैरासेलिंग सहित सैलानी जल, एक्टिविटीज होंगी। टेंट सिटी में सैलानियों के मनोरजंन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
बुक हुए टेंट सिटी में रूम
इवेंट कंपनी के मैनेजर सरवन कुमार का कहना है कि टेंट सिटी के 50 से ज्यादा रूम बुक हो चुके हैं। यहां देशभर से सैलानी आनलाइन बुकिंग करवा रहे है। विशेष रूप से गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली के अलावा इंदौर, भोपाल से बुकिंग ज्यादा है। वाटर स्पोर्ट्स में बनाना राइड, बंपर राइड,स्लीपिंग राइड, स्पीड बोट और क्रूज के अलावा इटली की रीगल बोट है। इसमें एक साथ आठ लोग सवारी कर सकते हैं। इस बोट का राजस्थान के उदयपुर में ट्रायल हो चुका है।
इंदिरा सागर के बेक वाटर में 27 टापू हैं। इनमें हनुवंतिया के अलावा बोरियामाल ,गुंजारी और धारीकोटला को भी पर्यटन के लिए विकसित किया गया है।
पूरा इलाका नर्मदा नदी के बैक वाटर से भरा है। यहां हनुवंतिया और सैलाना के अलावा धारीकोटलाए बोरियामालए गुंजारी टापू और नर्मदा वैली समेत 27 टापू हैं।
मनोरजंन के साथ सुरक्षा भी जरूरी
हनुवंतिया में इंदिरा सागर के अथाह बेक वाटर में सैलानियों को बोटिंग करवाई जाती है। बेकवाटर में नर्मदा की उऊंची लहरों के बीच बोटिंग किसी जोखिम से कम नहीं है। विशेष मौकों के अलावा यहां सुरक्षा इंतजामों पर ध्यान कम दिया जाता है। कई बार तो जैटी पर सैलानी बगैर सुरक्षा जैकेट के पहुंच जाते है। इसी तरह यहां आकाश में पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों का भी सैलानी आनंद लेते है। पिछले साल यहां हादसे में दो इवेंट कंपनी के दो कर्मचारियों की मौत पैराग्लाइडिंग नीचे गिरने से हो चुकी है। इसके पूर्व पर्यटन विभाग के काटेज और टेंट सिटी के तंबु में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लग चुकी है। इन्हे देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जरूरी है।