सपथ समारोह में पहुंचे राहुल गांधी
चरणजीत सिंह चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं जो आज राज्य के मुख्यमंत्री बने
चरणजीत सिंह चन्नी ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहुंचे. चन्नी के अलावा, सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी को उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत, पीसीसी के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू समेत अन्य अमरिंदर सरकार के मंत्री और कांग्रेस के विधायक भी कार्यक्रम में शामिल हुए चन्नी दलित सिख समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे. वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जो राज्य के मुख्यमंत्री बने. कहा जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान ने अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले चन्नी को सीएम बनाकर एक तीर से कई निशाने साधे हैं. हालांकि, बड़ा सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री बदलने के बाद पंजाब कांग्रेस की सियासी नूराकुश्ती खत्म होगी.
चरणजीत सिंह चन्नी चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से तीन बार से विधायक हैं. रविवार को उन्हें कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया था. चन्नी 2015 से 2016 तक पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी थे
चन्नी को सीएम घोषित किए जाने के बावजूद पंजाब कांग्रेस में मतभेद के सुर थमते नहीं दिख रहे हैं. चरणजीत सिंह चन्नी के राज्य का सीएम चुने जाने के बाद उम्मीद थी कि असंतोष और असहमति के सुर कम से कम कुछ समय के लिए थम जाएंगे, लेकिन ऐसा होता लग नहीं रहा है. पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत के उस बयान पर असहमति जताई है, जिसमें उन्होंने (रावत) ने कहा था कि अगला विधानसभा चुनाव नवजोत सिंह सिद्धू की अगुवाई में लड़ा जाएगा जाखड़ ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, ‘चरणजीत सिंह चन्नी के सीएम पद के लिए शपथ ग्रहण वाले दिन रावत (हरीश रावत) का यह बयान कि चुनाव सिद्धू (नवजोत सिंह सिद्धू) के नेतृत्व में लड़े जाएंगे, चौंकाने वाला है. इससे न केवल सीएम का अधिकार को न सिर्फ कम कर सकता है बल्कि इस पद पर उनके चुनाव पर भी सवाल उठाता है