न्यूज़ धमाका :-पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बोगतुई गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया। मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये देने और क्षतिग्रस्त मकानों के पुनर्निर्माण के लिए दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि घायलों को 50-50 हजार रुपये दिए जाएंगे।उन्होंने कहा कि रामपुरहाट हिंसा मामले के संदिग्धों के आत्मसमर्पण ना करने पर उन्हें ढूंढकर गिरफ्तार किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने वहां मारे गये तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख के परिजनों से भी मुलाकात की।
बीरभूम जिले के मासूम लोगों को जिंदा जलाकर मार देने की घटना को सियासी माहौल गर्म हो चुका है। संसद में ये मामला जोर-शोर से उठाया गया। लोकसभा में कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने बताया कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, रामपुरहाट हिंसा के पीड़ितों से मिलना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें घटनास्थल से 90 किमी दूर बोलपुर में ही रोक लिया।
उधर, इस मामले को लेकर डेरेक ओ ब्रायन और सुदीप बंद्योपाध्याय के नेतृत्व में 13 सदस्यीय टीएमसी प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने गृहमंत्री को स्थिति की जानकारी दी और बताया कि राज्य सरकार इस मामले को पूरी गंभीरता से ले रही है। लोकसभा (Lok Sabha) में तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय (Sudip Bandyopadhyay) ने कहा कि बीरभूम हिंसा के मुद्दे पर हमने गृह मंत्री अमित शाह से भी बातचीत की है। उन्होंने दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की बात कही है। बंद्योपाध्याय ने कहा है कि अभी तक इस मामले में 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।