
- जागरूकता का आभाव व झाड़फूंक के चक्कर में एक दस वर्षीय बालक की जान चले गई. यदि झाड़फूंक में समय गंवाने के बजाय चिकित्सालय ले जाता तो संभवत : बालक की जान बच सकती थी
अंबिकापुर न्यूज़ धमाका /// शंकरगढ़ ग्राम सिहर निवासी शिवलाल मिंज का दस वर्षीय पुत्र मंदीप काल शाम चार बजे स्कूल से लौट रहा था तभी रास्ते में जहरीले सर्प ने उसे डस लिया.मंदीप ने घटना की जानकारी गावं के आयाराम को दी. ग्रामीण ने उसे किसी प्रकार घर पहुचायां. परिजन बालक को चिकित्सालय ले जाने के बजाय झाड़फूंक करने वाले बैगा को बुला लाये और देर रात दो बजे तक लगातार दस घंटे झाड़फूंक का खेल चलता रहा. समुचित उपचार नहीं मिलने से बालक की हालत लगातार गंभीर हो रही थी अंत बे बालक ने दम तोड़ दिया