
दुर्ग,न्यूज़ धमाका :- गर्मी बढ़ने के साथ ही भूजल स्तर में तेजी से गिरावट आ रही है। मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में ही भूजल स्तर में न्यूनतम चार मीटर से अधिकतम 24 मीटर तक गिरावट आ गई है।
जिले में 38 हैंडपंप भी बंद हो चुके हैं। भूजल स्तर में गिरावट आने के साथ ही हैंडपंप भी साथ छोड़ने लगे हैं इससे पेयजल व निस्तारी को लेकर ग्रामीणों की परेशानी बढ़ने लगी है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पेयजल संकट का समाधान के लिए पेयजल नियंत्रण प्रकोष्ठ का गठन किया गया है जिसमें विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मार्च के अंतिम महीने में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है।
आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ने की संभावना है। तेज गर्मी के चलते मार्च के अंतिम महीने में भी भूजल स्तर में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। दुर्ग और धमधा ब्लाक के कुछ गांवों में भूजल स्तर 24 मीटर तक नीचे चला गया है। जिला पंचायत दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष जीवनलाल वर्मा ने बताया कि धमधा ब्लाक के डोड़की, सुखरी, तुमाखुर्द, खिलौराकला सहित आसपास के दर्जनभर गांवों में भू जल स्तर नीचे जाने के साथ ही हैंडपंप जवाब देने लगे हैं। इस साल भूजल स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। वैसे भी धमधा ब्लाक ड्राइ जोन है।
लेकिन दुर्ग ब्लाक के अंजोरा ढाबा, ननकट्ठी, नगपुरा सहित आसपास के गांवों में भी जल स्तर में तेजी से गिरावट देखने को मिल रही है।