
रायपुर न्यूज धमाका – मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना के तहत राज्य के 31 मेधावी श्रमिक बच्चों को प्रत्येक को 2-2 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के तहत पंजीकृत 38,200 निर्माण श्रमिकों को 19.71 करोड़ रुपए की सहायता राशि सीधे उनके खातों में ट्रांसफर की।
“श्रमिकों के सपनों को उड़ान देने के लिए प्रतिबद्ध” – मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार श्रमिक परिवारों के सशक्तिकरण के लिए पूरी निष्ठा से कार्य कर रही है। हमारी योजनाएं यह सुनिश्चित करती हैं कि श्रमिक परिवारों के बच्चे भी उच्च शिक्षा और रोजगार के समान अवसर पा सकें।” उन्होंने बताया कि विदेशी शिक्षा के लिए भी 50 लाख रुपए तक की सहायता का प्रावधान है।
मुख्यमंत्री ने अपने श्रम राज्यमंत्री कार्यकाल का अनुभव साझा करते हुए बताया कि उन्होंने यूनिवर्सल पीएफ नंबर, न्यूनतम पेंशन गारंटी जैसी पहलें की थीं और 27 हजार करोड़ की अनक्लेम्ड PF राशि को श्रमिकों के हित में उपयोग करने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया था।
श्रमिक बच्चों की प्रेरक कहानियां भी आईं सामने
इस योजना से लाभान्वित छात्रों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी कहानियां साझा कीं।
- हीरा सिंह (भैयाथान, सूरजपुर) ने बताया कि योजना से मिले 4.10 लाख रुपए की मदद से उन्होंने आईआईआईटी से बीटेक पूरा किया।
- अमलेंद्र पैंकरा ने योजना से मिली सहायता से कॉलेज फीस का भार उठाया।
- दीपक पैंकरा ने अपने गांव से आईआईआईटी रायपुर तक के सफर में योजना को आर्थिक आधार बताया।
योजनाओं के अंतर्गत सहायता वितरण का ब्यौरा
कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कुल ₹19.71 करोड़ की सहायता राशि वितरित की गई। प्रमुख योजनाएं और लाभार्थी:
योजना | लाभार्थी | वितरित राशि |
---|---|---|
नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता | 155 विद्यार्थी | ₹37.63 लाख |
सायकल सहायता | 279 श्रमिक | ₹10.33 लाख |
औजार सहायता | 6,319 श्रमिक | ₹2.19 करोड़ |
सिलाई मशीन | 12 श्रमिक | ₹94,800 |
छात्रवृत्ति योजना | 4,825 श्रमिक | ₹96.17 लाख |
मृत्यु/दिव्यांग सहायता | 264 श्रमिक | ₹2.64 करोड़ |
सियान सहायता | 372 श्रमिक | ₹74.40 लाख |
ई-रिक्शा योजना | 7 श्रमिक | ₹7 लाख |
गणवेश व पुस्तक सहायता | 15,066 श्रमिक | ₹2.00 करोड़ |
आवास सहायता | 25 श्रमिक | ₹25 लाख |
भविष्य की योजनाएं भी साझा की गईं
- 5 रुपये में श्रमिकों को भरपेट भोजन (46 केंद्रों में)
- श्रमिक बच्चों के लिए नि:शुल्क कोचिंग सुविधा
- सरल नियमों वाली नई उद्योग नीति से रोजगार में बढ़ोतरी
सभी से अपील
मुख्यमंत्री ने आमजन से अपील की कि श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी ज्यादा से ज्यादा ज़रूरतमंद श्रमिकों तक पहुंचाएं, ताकि वे भी इसका लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम में उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, मंडल अध्यक्ष डॉ. राम प्रताप सिंह, श्रम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी एवं श्रमिक परिवारों के सदस्य उपस्थित थे।