नई दिल्ली,न्यूज़ धमाका :-गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश वर्ष के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज में लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इस अलावा गुरु तेग बहादुर की जयंती पर एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी करेंगे। आप लोगो को कहा जा रहा है कि यह पहला ऐसा मौका है, जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी धार्मिक कार्यक्रम को लेकर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे।
लाल किले से संबोधन के सियासी समीकरण
पीएम मोदी गुरु तेग बहादुर के प्रकाश पर्व पर लाल किले से देश को संबोधित कर ऐतिहासिक काम करने वाले हैं। पीएम मोदी से पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया है। दरअसल सिख समाज से प्रधानमंत्री मोदी का भावनात्मक जुड़ाव समय समय पर देखने को मिलता है। पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर खोलना हो या 3 कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए गुरु परब का दिन चुनने का फैसला या फिर अब गुरु तेग बहादुर के 400 वें प्रकाश पर्व पर देश को संबोधित करने के लिए लाल किले को चुनना। इन सभी के राजनीतिक समीकरण भी निकाले जा रहे हैं।
बता दें कि लाल किले के पास ही गुरु तेग बहादुर की याद में बना शीशगंज गुरुद्वारा है, जहां वे शहीद हुए थे। गुरु हरगोबिंद सिंह जी के पांचवें पुत्र गुरु तेग बहादुर, सिखों के 9वें गुरु थे जिन्होंने सिर्फ 14 साल की उम्र में मुगलों से मुकाबला किया था। मुगलों के साथ युद्ध में पिता के साथ अपनी वीरता दिखाई थी और मुगल शासक औरंगजेब के लाख दबाव के बाद भी गुरु तेग बहादुर ने इस्लाम नहीं अपनाया और अपना सिर झुकाने के बजाय शहीद होना पसंद किया।