केरल और महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। खासतौर पर केरल में हालात बेकाबू हैं।
देश में कोरोना की दूसरी लहर खत्म नहीं हुई है। इस महीने के मध्य तक केस तेजी से घट रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई है। जिन दो राज्यों ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है, वो हैं – केरल और महाराष्ट्र। अब केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सिफारिश की है कि इन दोनों राज्यों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए नाइट कर्फ्यू लगा दिया जाना चाहिए। केंद्र सरकार दोनों राज्यों के हालात पर लगातार नजर रखे हुए हैं। इससे पहले शुक्रवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया, बीते 24 घंटों में भारत में कोरोने के 44,658 नए केस सामने आए हैं। 32,988 मरीज ठीक हुए हैं जबकि 496 की मौत हुई है। केरल में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। वहां बीते 24 घंटों में 30,007 नए मरीज सामने आए हैं और 162 की मौत हुई है। इस तरह भारत में कोरोना के कुल मरीजों का आंकड़ा 3,26,03,188 पहुंच गया है। इनमें से 3,18,21,428 ठीक हो चुके हैं। अभी देश में 3,44,899 एक्टिव केस हैं। मृतकों की कुल संख्या 4,36,861 पहुंच गई है।
देश में कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद सभी गतिविधियां फिर से शुरू हो चुकी हैं और बाजारों में लोगों की भीड़ दिखनी शुरू हो गई है। इस बीच सरकार तेजी से लोगों को टीका लगा रही है, पर कई लोगों की लापरवाही के चलते कोरोना की तीसरी लहर का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच महाराष्ट्र के राज्य मंत्री राजेश टोपे ने चेतावनी दी है कि अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक राज्य में कोरोना की तीसरी लहर आ जाएगी क्योंकि अधिकांश त्योहार इस समय तक समाप्त हो जाएंगे और त्योहारों के समय लोग एक दूसरे के संपर्क में आएंगे, जिसका असर बाद में दिखेगा
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, मंत्री ने आशंका जताई कि कम से कम 60 लाख लोग कोविड -19 से संक्रमित होंगे और लगभग 13 लाख लोगों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने अपनी ऑक्सीजन क्षमता 2000 मीट्रिक टन तक बढ़ा दी है।
केरल में बिगड़ रहे हैं हालात
केरल में लगातार बढ़ रहे COVID-19 मामलों ने स्वास्थ्य अधिकारियों और सरकार की चिंता बढ़ा दी है। 20 मई के बाद पहली बार, केरल में 30,007 नए COVID-19 मामले दर्ज किए गए। लगातार दूसरे दिन यहां 30,000 से अधिक नए मामले और 162 मौतें हुई हैं। इससे राज्य में कुल संक्रमण संख्या 39.13 लाख और मौतों की संख्या 20,134 हो गई। केंद्र सरकार के अनुसार, पिछले सप्ताह कुल COVID-19 मामलों में से 58.4 प्रतिशत केरल से सामने आए थे।
किस जिले में कितना संक्रमण
सबसे ज्यादा कोरोना केस के मामले में एर्नाकुलम अभी भी सबसे ऊपर है। यहां 3,872 नए मामले दर्ज किए गए। इसके बाद कोझीकोड 3,461, त्रिशूर 3,157, मलप्पुरम 2,985, कोल्लम 2,619, पलक्कड़ 2,261, तिरुवनंतपुरम 1,996, कोट्टायम 1,992, कन्नूर 1,939, अलाप्पुझा 1,741, पठानम इडुक्की 900 का नाम आता है। नए मामलों में से, 104 स्वास्थ्य कार्यकर्ता थे, 128 राज्य के बाहर के थे, और 28,650 संक्रमित संपर्क के स्रोत के संपर्क के माध्यम से 1,195 मामलों में स्पष्ट नहीं थे।
कोरोना की तीसरी लहर से जुड़े अपडेट
- केंद्र ने केरल और महाराष्ट्र से संपर्क ट्रेसिंग और टीकाकरण जैसे हस्तक्षेपों के माध्यम से वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों को तेज करने के लिए कहा है।
- 24 घंटे की अवधि में देश में दर्ज किए गए 46,164 ताजा कोरोनावायरस मामलों में से 30,000 से अधिक केरल में थे।
- महाराष्ट्र में 5,108 नए कोरोनोवायरस मामले सामने आए और 159 लोगों की मौत हो गई, जिससे संक्रमणों की संख्या 64,42,788 हो गई और मरने वालों की संख्या 1,36,730 हो गई।
- केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने COVID-19 के प्रसार की जांच के लिए केरल और महाराष्ट्र की सरकारों के प्रयासों की समीक्षा की है। भल्ला ने कहा कि संक्रमण में वृद्धि से निपटने के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है।
- 16 अगस्त को केरल का दौरा करने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए 267.35 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की घोषणा की।
- उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र राज्य को हर संभव मदद मुहैया कराएगा। इसके अलावा, यह वादा किया गया था कि केरल के प्रत्येक जिले को दवाओं का एक पूल बनाने के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई जाएगी।