दुर्ग न्यूज़ धमाका // खैरागढ़ उप चुनाव में इस बार एक नया ट्रेंड देखने को मिला। वह है मतदाताओं का स्वागत नाश्ता पानी से करने का। निर्वाचन आयोग की नजर में यह गलत है, लेकिन खैरागढ़ चुनाव में इसे अतिथि सत्कार का नाम दिया गया। यहां लगभग हर पार्टी के पंडाल में पोहा, जलेबी जैसी चीजें बनवाई गई थीं। जो भी मतदाता वहां जाता उसको पर्ची देने से पहले नाश्ता करवाकर ठंडा पानी पिलाया जा रहा था। जब इस बारे में वहां मौजूद लोगों से पूछा गया तो उन्होंने इसे अतिथि सत्कार का नाम दिया। वनांचल क्षेत्र में यह अतिथि सत्कार मतदान बूथों तक में दिखा।
भास्कर की टीम 12 अप्रैल को खैरागढ़ विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान को देखने ग्राउंड जीरो पर उतरी थी। टीम सुबह 7 बजे खैरागढ़ के बॉर्डर में पड़ने वाले क्षेत्र जालबांधा पहुंची। यहां सुबह से मतदाताओं का आना शुरू था। बूथ में सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। बूथ के बाहर सभी पार्टियों ने अपने बूथ बनाकर रखे थे। यहां मतदाताओं वोट डालने वाली पर्ची दी जा रही थी। इसके साथ ही मतदाताओं को पोहा के रूप में नाश्ता भी दिया जा रहा था।
छुईखदान क्षेत्र में भी लगभग सभी बूथों के आसपास पार्टी के पंडाल में नाश्ता पानी की पूरी व्यवस्था की गई थी। खैरागढ़ मुख्यालय से लेकर गंडई व अन्य क्षेत्रों में मतदाताओं के स्वागत में कोई कमी नहीं की गई। पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं का कहना था कि इतनी गर्मी में मतदाता अपने-अपने घरों से निकल कर वोट डालने आ रहा है तो उसको पानी पिलाना भी उनका फर्ज है।
वनांचल के मतदान बूथों पिलाया गया ठंडा पानी
खैरागढ़ विधानसभा के वनांचल क्षेत्र हाथी झोला सहित अन्य बूथों में पानी पिलाने के लिए बकायदा लोगों को तैनात किया गया था। वहां एक युवक ग्लास में पानी लेकर मतदान करने आए लोगों के पास जाता और पानी के लिए पूछता था। भीषण गर्मी में लोगों में भी पानी की काफी मांग थी। मतदान करने आए फिरकूराम और तुमन सिंह ने कहा कि यह एक अच्छा कार्य है कि मतदाता को लाइन में ख़ड़े-खड़े ही ठंडा पानी पीने को मिल रहा है। अगर यह न होता मतदाता प्यास से परेशान हो जाता।
दोपहर में बूथ हो गए खाली
भीषण गर्मी व धूप के चलते उप चुनाव में लोगों का रुझान सुबह और शाम को ही देखने को मिला। दोपहर 1-3 से तीन बजे तक लगभग सभी बूथ खाली रहे। 41-42 डिग्री तापमान में सभी मतदाता अपने अपने घरों में घुसे रहे। अधिकतर मतदाता सुबह से लेकर दोपहर 1 बज तक वोट डालने पहुंचा और शेष 3 बजे के बाद। हालांकि निर्वाचन आयोग ने सभी बूथों में छाया और पानी की पूरी व्यवस्था की हुई थी।
घर-घर मतदाओं को बुलाने पहुंचे कार्यकर्ता
अप्रैल जैसी गर्मी के महीने में उप चुनाव होने के चलते पार्टी के नेताओं को पता था कि मतदाता अपने घरों से कम निकलेगा। इसे देखते हुए वह घर-घर पहुंचे और मतदाताओं को वाहनों में बैठाकर बूथों तक पहुंचा। इससे लगभग सभी मतदाताओं ने वोट डाला और मतदान का प्रतिशत 77.88 प्रतिशत रहा।