कोंडागांव न्यूज़ वर्षा ऋतु के आने के साथ विभिन्न प्रकार की संक्रामक बीमारियां भी फैलने लगती हैं। जिससे बचाव के लिए आयुष विभाग के दलों द्वारा जिले में जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ जेआर नेताम के मार्गदर्शन में गांव-गांव जाकर स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
सरपंच ने किया शिविर का शुभारम्भ
मंगलवार को भण्डारसिवनी में एक दिवसीय निःशुल्क आयुष स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का शुभारंभ भण्डारसिवनी सरपंच बालसिंह मरकाम द्वारा गांव के जनप्रतिनिधियों एवं अन्य नागरिकों की उपस्थिति में आयुर्वेद के जनक भगवान धनवंतरि की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
329 रोगियों का आयुर्वेद व होम्यों से किया गया उपचार
इस स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर में मौसमी रोगों सहित वात रोग, उदर रोग, त्वचा रोग, अर्श, स्त्री रोग आदि के कुल 329 रोगियों का आयुर्वेद और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति से उपचार एवं सलाह परामर्श दिया गया। इस अवसर पर आयुष नोडल अधिकारी डॉ चन्द्रभान वर्मा द्वारा लोगों को स्थानीय औषधि के बारे में जानकारी देते हुए योग के माध्यम से मौसमी बीमारियों से बचाव के संबंध में बताते हुए अपने घर मे मुनगा, पपीता, लाल भाजी ,पालक भाजी एवं अन्य पौष्टिक वृक्षों द्वारा पोषण वाटिका बनाने के लिये प्रेरित किया।
पांच सौ गा्रमीणों को पिलाया हर्बल काढ़ा
कोरोना से बचाव के उपायों के साथ ही आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी के आसान उपाय जैसे हल्दी, दूध, गिलोय, तुलसी, अदरक, काली मिर्च, मुलेठी आदि का काढ़ा के नियमित सेवन की बात कही गई तथा ग्रामीणों को गिलोय की बेल भी वितरण किया गया। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने काढ़ा शिविर में करीब 500 से अधिक ग्रामीणों को मौसमी रोगों से बचाव तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने गिलोय तथा तुलसी का काढ़ा भी पिलाया गया।
मौजूद रहे ये – इस दौरान शिविर में आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेश विश्वकर्मा, डाॅ पीएल बनपेला, डाॅ पी बिस्वाल, होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डाॅ श्रीकांत साहू सहित आयुर्वेद औषधालय बोरगांव के फार्मासिस्ट सुनील गायकवाड, देवनाथ मरकाम, खगेशवर नाग एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।