बस्तर में धूमधाम से मनाया जाता है नवाखानी का पर्व
कोंडागांव न्यूज़ जिलास्तरीय नवाखानी मुरिया समाज ने कोण्डगांव की पलारी पंचायत में परम्परागत तरीके से मनाया।मुरिया समाज जिला कोण्डागांव की ओर से आज पलारी गाथा बढ़ कोट ग्राम पलारी में नवा खानी जुहार भेंट कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कोण्डागांव के पांचों ब्लॉक के ब्लॉक पदाधिकारी, समाज प्रमुख, गांयता ,पुजारी, मांझी, चालकी और बडी संख्या में गा्रमीणो की उपस्थिति रही। जिस में लोक वाद्य यंत्र के साथ ग्राम करंजी मादर नृत्य, भीरागांव से माटी मंदिर नृत्य विशेष रूप से आकर्षक का केंद्र बना ।
नया चावल भूना नयी मिटटी की हण्डी में
इस मौके मुरिया समाज के जिलाध्यक्ष दषरथ नेताम ने बताया कि इस अवसर पर नये चावल को आयोजन स्थल पर मिटटी की नयी हण्डी में भूना गया। उसको गुड के साथ चिवडा की तरह परोसा गया। इसे बनाने के बाद सबसे पहले समाज के देवी देवतओं को विधिवत पूजन करके अर्पित करते हुये बाद में प्रसाद की तरह सभी लोगों को बांट दिया गया।
लोक नृत्य लोक संगीत बने आकर्षण
इस अवसर पर मुरिया समाज के लोक नृत्य व लोक वादय यंत्रों से उत्पन्न लोक संगीत विषेष आकर्षण बने रहे। जैसे ही लोक नृत्य संगीत आरम्भ हुआ स्थल पर मौजूद सभी गा्रमीण झूम उठे। महिला पुरूष बच्चे सभी ने इस रंगारंग कार्यक्रम में आनंद उठाया और इस का हिस्सा बने।
मुरिया ही है मूल बस्तर निवासी
इस मौके पर समाज के लोगांे ने बताया कि मुरिया जनजाति को ही बस्तर की मूल निवासी माना जाता है। और बस्तर में सर्वाधिक आवादी मुरिया समाज की ही है। कुल 42 जनजातियों सामिल मुरिया समाज सबसे बडा समाज माना जाता है। हालांकि मुरिया समाज के साथ ही धु्रर्वा, हलवा, गोंड जनजातियां सहित बस्तर में 42 जनजातियों का प्रभुत्व है।मौजूद रहे ये – इस अवसर पर कोण्डागांव जनपद पंचायत के अध्यक्ष शिवलाल मंडावी बृजलाल सॉरी मुरिया समाज जिला अध्यक्ष दशरथ नेताम एसआर मरावी ने उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए मुरिया समाज की रीति नीति कला संस्कृति और परंपराओं के बारे में विशेष रुप बताते हुए समाज सम्बोधित किया । इस मौके पर षत्रुघन कोर्राम कोण्डागांव, दिनेष नेताम माकडी, सरादू कोर्राम मर्दापाल, लच्छिदर मरकाम माकडी, पन्नालाल नेताम फरसगांव, सहित ग्राम पंचायत पलारी, डोंगरीगुडा, मालगांव, भीरागांव, करंजी कोकोडी, राजागांव के सरपंच व गा्रमीण जन मौजूद रहे।