भोपाल,न्यूज़ धमाका :- प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति पर अब सरकार की नजर रहेगी। प्रतिदिन वितरण की जानकारी पेट्रोलियम कंपनी से ली जाएगी। इसके लिए खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां से विभागीय अधिकारी पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों से प्रतिदिन की रिपोर्ट लेंगे। साथ ही उन पंपों की जानकारी भी कंपनियों को देनी होगी, जो ड्राई हैं।
विभाग ऐसे पंपों पर मांग और आपूर्ति के रिकार्ड की जांच कराएगा। विभाग के प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई ने गुरुवार को पेट्रोलियम कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की और निर्देश दिए कि मांग के अनुरूप आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
बैठक में पेट्रोल-डीजल की कमी और पंपों के ड्राई होने की स्थिति को लेकर कंपनियों से उनका पक्ष लिया गया। कंपनियों के अधिकारियों ने बताया कि मांग के अनुरूप पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति हो रही है। पिछले साल की तुलना में आपूर्ति अधिक हुई है। पंप ड्राई नहीं हो रहे हैं।
जबकि, हरदा, नर्मदापुरम सहित कुछ अन्य जिलों में मांग के अनुरूप डीजल की उपलब्धता नहीं है। इसे देखते हुए प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि मांग और आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। खरीफ फसलों की बोवनी का समय है। ऐसे में डीजल की मांग भी बढ़ेगी। इसके हिसाब से कार्ययोजना होनी चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक विभाग अब यह भी देखेगा कि उद्योगों को डीजल की आपूर्ति किस तरह हो रही है। उनकी मांग और आपूर्ति की स्थिति क्या है। दरअसल, पेट्रोल पंप से उपभोक्ताओं को जो डीजल या पेट्रोल मिलता है, उसकी तुलना में उद्योगों को पेट्रोल-डीजल 25 रुपये प्रति लीटर अधिक दर पर मिलता है।
पेट्रोल पंप से उद्योगों को आपूर्ति नहीं की जा सकती है। यदि कहीं पेट्रोल पंप से इस तरह की आपूर्ति होना प्रमाणित होता है तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।