देश,न्यूज़ धमाका :- देश के विभिन्न हिस्सों में सामने आ चुकीं सामुदायिक टकराव की घटनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस-प्रशासन को सतर्क कर दिया है। चूंकि, 3 मई को अक्षय तृतीया और ईद पर्व एक ही दिन मनाया जा सकता है, इसलिए शांति व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी से लेकर एसएसपी, सीओ और थानाध्यक्ष के अवकाश चार मई तक के लिए तत्काल निरस्त करते हुए अगले चौबीस घंटे में तैनाती स्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है।
वहीं, अजान और हनुमान चालीसा माइक पर पढ़ने को लेकर शुरू हुए नए विवाद में योगी ने दो टूक कहा है कि धार्मिक आजादी सबको है, लेकिन माइक की आवाज परिसर के बाहर नहीं जानी चाहिए।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रदेशभर के पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण वीडियो कांफ्रेंसिग की। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पवित्र पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा।
सामने खड़ी चुनौतियों के प्रति अधिकारियों को आगाह किया कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा।
इन दिनों कई स्थानों पर अजान और हनुमान चालीसा के लिए माइक लगाए जाने के विवाद सामने आ रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए।
नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके अलावा हनुमान जयंती पर कई राज्यों में शोभायात्रा के दौरान अशांति फैली, सामुदायिक हिसा की घटनाएं सामने आईं। इसे देखते हुए योगी ने कहा है कि कोई शोभायात्रा या धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए। अनुमति देने से पहले आयोजक से शांति-सौहार्द कायम रखने के संबंध में शपथ पत्र ले लें। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए, जो पारंपरिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।