- विदेशी मामलों में भारत और अमेरिका की सोच एक, अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने दिया बयान
छत्तीसगढ़ न्यूज़ धमाका । अमेरिका के उप विदेश मंत्री ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा, आतंकवाद, चीन और अफगानिस्तान के मुद्दे पर दोनों देशों की सोच एक है।इस दौरान उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि भारत की सुरक्षा चिंताएं, अमेरिका के लिए ‘प्रथम और सर्वोपरि’ हैं। उन्होंने ये बात अफगानिस्तान से आतंकी गतिविधियां फैलने के संदर्भ में कही।अमेरिका की उप विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान छोड़ने के इच्छुक लोगों के लिए सुरक्षित एवं व्यवस्थित यात्रा सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया और मानवाधिकारों का सम्मान करना सुनिश्चित करने का आह्वान किया।शर्मन ने कहा कि अफगानिस्तान के घटनाक्रम को लेकर अमेरिका और भारत की एक समान सोच एवं दृष्टिकोण है, जिसमें तालिबान द्वारा समावेशी सरकार सुनिश्चित करना और अफगानिस्तान का आतंकवाद का पनाहगाह नहीं बनना शामिल है। अमेरिकी उप विदेश मंत्री ने कहा कि कोई भी देश तालिबान को वैधता प्रदान करने या मान्यता देने की जल्दी में नहीं है। भारत एवं अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ सहयोग के संबंध में जल्द ही बातचीत करेंगे।शर्मन और श्रृंगला के बीच बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि दोनों पक्षों ने कोविड-19 से लेकर सुरक्षा एवं रक्षा, आर्थिक, जलवायु, स्वच्छ ऊर्जा और लोगों के बीच संपर्क आदि विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों की समीक्षा की।चीन को लेकर शर्मन ने कहा, ‘हम चीन के साथ वहां प्रतिस्पर्धा करेंगे, जहां हमें करनी चाहिए, चीन के साथ सहयोग भी करेंगे, जहां यह हमारे हित में होगा हम चीन को चुनौती देंगे, जहां हमें ऐसा करना चाहिए- जहां यह हमारे और हमारे सहयोगियों के हितों को कमजोर करता है या नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को खतरा देता है.विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने मोटे तौर पर वैश्चिक बेहतरी के लिए सामरिक गठजोड़ को आगे बढ़ाने के बारे में चर्चा की, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात के दौरान सामने आई सोच पर आधारित थी।