भोपाल न्यूज़ धमाका // मध्यप्रदेश में 1 फरवरी यानी आज से स्कूल फिर से खुल गए हैं। हालांकि पहले दिन बहुत कम संख्या में स्टूडेंट स्कूल पहुंचे। क्लास में बेंच खाली रही। पहले दिन ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन क्लास से ज्यादा बच्चे जुड़े। राजधानी भोपाल के स्कूलों में एक क्लास में औसतन 10 बच्चे ही पढ़ने के लिए पहुंचे। वहीं ऑनलाइन औसतन 20 बच्चे जुड़े।
पहले दिन कम बच्चों के आने पर टीचरों ने अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने और छात्रों से स्कूल आने की अपील की है। टीचरों ने कहा कि बोर्ड परीक्षा से पहले यह टाइम रिवीजन का समय है। बच्चों को स्कूल भेजें कोरोना संक्रमण से न डरें। स्कूल में कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
बता दें किसीएम ने 16 जनवरी से 31 जनवरी तक कोविड के बढ़ते संक्रमण के कारण स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया था। 13 दिसंबर देर शाम सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चिकित्सों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद मंगलवार से पहली से लेकर 12वीं तक के स्कूलों को खोलने का आदेश जारी किया था। सीएम ने पहली से 12 तक की सभी कक्षाएं 50 प्रतिशत उपस्थित के साथ संचालित करने के निर्देश दिए थे।
10वीं की 18 और 12वीं की 17 फरवरी से शुरू होगी परीक्षाएं
एग्जाम पर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा था कि एमपी बोर्ड की परीक्षाओं का टाइम टेबल पहले ही जारी कर दिया गया है। उसे हम ऑफलाइन मोड में समय पर कराने के प्रयास में है। अगर कोई व्यवधान आता है, तो फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। फिलहाल हम समय पर एग्जाम कराएंगे। 10वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर 10 मार्च तक और 12वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेगी। पहली बार पेपर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच होगा। छात्रों को सुबह साढ़े 8 बजे पहुंचना होगा। एमपी में पहली बार एमपी बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित की जा रही है। इसके बाद प्रैक्टिकल परीक्षाएं होंगी।