दिल्ली न्यूज़ धमाका // राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। सर्वोच्च अदालत ने सख्त लहजे में पूछा कि आखिर प्रदूषण रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए? कोर्ट की नजर में प्रदूषण रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया गया है। वहीं केजरीवाल सरकार को भी फटकार लगाते हुए पूछा कि जब दिल्ली की हवा जहरीली है तो स्कूल क्यों खोल दिए गए? दिल्ली में प्रदूषण का स्तर AQI 500 से ऊपर चले गए। केजरीवाल सरकार के उपायों पर कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की। जो लोग प्रदूषण रोकने के अभियान के तहत सिग्नल पर बैनर पोस्टर लेकर खड़े हैं, उन पर भी जजों ने टिप्पणी की। पूछा कि उनकी सेहत को लेकर सरकार चिंतित क्यों नहीं है।
इस पर केजरीवाल सरकार की ओर से हास्यास्पद दलील दी गई है कि वो तो सिविल डिफेंस के लोग हैं। इस पर तीन जजों की बैंच ने कहा कि वो भी आखिर हैं तो इन्सान। स्कूल खोले जाने पर सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि जब कर्मचारियों के लिए वर्क फ्राम होम किया जा सकता है तो ऐसे में बच्चों के स्कूल कैसे खोले जा सकते हैं।
एस.सी ने एन.सी.आर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग से कहा कि आपातकालीन स्थिति में आपको आकस्मिक तरीके से काम करना होगा। हम आपकी नौकरशाही में रचनात्मकता को लागू या थोप नहीं सकते, आपको कुछ कदम उठाने होंगे।