इस दौरान सर्वप्रथम वे माॅडल स्कूल मड़ानार पहंुचे जहां पर स्कूल में कौषल विकास के लिए हस्तषिल्प प्रषिक्षण, बागबानी, कपड़ा बुनाई प्रषिक्षण आदि को देखते हुए स्कूल के 8 वीं कक्षा के विद्यार्थियों से चर्चा की। चर्चा में कलेक्टर द्वारा बच्चांे से स्कूलो में षिक्षको की उपलब्धता, षिक्षा गुणवत्ता एवं मध्याह्न भोजन के संबंध में जानकारी ली गई। जहां बच्चो ने स्कूल में षिक्षकों के सहयोग से उपयुक्त अच्छे षैक्षणिक वातावरण होने की जानकारी दी।
मडानार माॅडल स्कूल में ये है खास – इस अवसर पर स्कूल के षिक्षक षिवचरण साहू ने कलेक्टर को बताया कि स्कूल को 4 वर्ष पूर्व माॅडल स्कूल के रूप में विकसित करना प्रारंभ किया गया है। यहां स्कूल में किचन गार्डन में सब्जी उत्पादन के साथ स्कूल परिसर को एक उद्यान की भांति विकसित किया गया हैं। जिसके लिए ड्रीप सिंचाई की भी व्यवस्था की गई है। इसके अतिरिक्त बच्चो में कौषल विकास के लिए हस्तषिल्प के तहत् काष्ठषिल्प एवं 12 उत्तीर्ण कर चुके बच्चों को भविष्य में रोजगार के लिए कपड़ांे की बुनाई का भी प्रषिक्षण दिया जाता है। वर्तमान में 35 बच्चांे को हस्तषिल्प प्रषिक्षण दिया गया हैं जिनमें से 10 काष्ठ कला में निपूर्ण हो चुके है।
खेल गढिया के 150 बच्चों में से 60 स्टेट पर 2 नेषनल खेले – स्कूल में हस्तषिल्प, खेल गढ़िया सहित कबाड़ से जुगाड़ द्वारा षिक्षा पर बल दिया जाता है।स्कूल में खेल गढ़िया का प्रषिक्षण षिक्षको द्वारा बच्चो को दिया जा रहा है। 150 खेल गढ़िया से प्रषिक्षित बच्चो में से 60 बच्चो ने राज्य स्तर पर एवं 2 बच्चो द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है।
दान की पुस्तकों ने बना मुस्कान पुस्तकालय – स्कूल में निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने मुस्कान पुस्तकालय का भी निरीक्षण किया । इस पुस्तकालय को ग्रामीणों से छेरछेरा त्यौहार पर प्रयोग में नहीं ली जा रही पुस्तकों के दान द्वारा तैयार किया गया है। इसके साथ ही विज्ञान कार्नर में कबाड़ से जुगाड़ द्वारा नवाचारी षिक्षा के उपकरणों से बच्चो को षिक्षा दिये जाने की कलेक्टर ने सराहना की। इसके अतिरिक्त षिक्षकांे ने बताया की स्कूल की दिवारो पर बनाई गई षिक्षा वर्धन करने वाली चित्रकारियों में से 90 फीसदी चित्रकारियां एवं कबाड़ से फव्वारा स्कूल के बच्चो द्वारा ही तैयार किया गया है।
लाइवलीहुड काॅलेज खुटडोबरा अचानक पहुचे कलेक्टर – आजकलेक्टर लाइवलीहुड काॅलेज खुटडोबरा अचानक पहंुचे । जहां उन्होने बच्चो के प्रषिक्षण के लिए की गई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया साथ ही रोजगार पंजीयन के लिये आये युवओं से चर्चा करते हुए पंजीयन संबंधी समस्याओं के संबंध में पूछा गया। जिसपर उन्होने व्यवस्थाओं को संतोषप्रद बताया। इसके अतिरिक्त कलेक्टर ने जिला षिक्षा अधिकारी कार्यालय का भी आकास्मिक निरीक्षण करते हुए कर्मचारियों से चर्चा की। इस दौरान कलेक्टर के साथ जिला पंचायत सीईओ डीएन कष्यप, डीईओ राजेष मिश्रा, बीआरसी अवधेष पाण्डे उपस्थित रहे।