रायपुर,न्यूज़ धमाका :- छत्तीसगढ़ प्रदेश भर के 500 से अधिक स्कूलों में चल रहे व्यावसायिक पाठ्यक्रम के बंद होने के डर से प्रशिक्षकों में भारी आकोरोसा है। छत्तीसगढ़ के व्यवसायिक प्रशिक्षक अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर राज्य माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय पहुंच कर अपनी समस्याओं को लगातार सुना रहे हैं।
जहां प्रमुख समस्या हेल्थकेयर ट्रेड को अगले सत्र से बंद किए जाने के संबंध में स्पष्ट जानकारी की मांग की गई तथा हेल्थकेयर ट्रेड को बंद न किए जाने और इस समस्या के समाधान के संबंध में उचित हल निकालने के लिए आवेदन दिया गया जहां उन्हें केवल इसके लिए केवल आश्वासन दिया गया।
कुछ कंपनियों के द्वारा लगातार 2 से 3 महीने तक के वेतन को लंबित किया जा रहा है। बार बार इस संबंध में जानकारी देने के बाद भी उन कंपनियों पर कोई भी उचित कार्यवाही नही की जा रही है। प्रशिक्षकों का आरोप है कि स्किल हब चयनित स्कूलों में व्यावसायिक प्रशिक्षकों की भूमिका तथा उनके कार्य को स्पष्ट नही किया गया। उन्हें अपने कार्य के साथ साथ स्किल हब में ट्रेनिंग के देने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
इसी प्रकार आत्मानंद स्कूल में व्यावसायिक शिक्षा को लेकर कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। इन स्कूलों में बच्चों की कुल भर्ती संख्या कम होने के कारण व्यावसायिक शिक्षा को बंद किये जाने के संकेत दिए जा रहे है।
व्यावसायिक प्रशिक्षकों ने बताया कि वह लगातार शिक्षा सचिव से भी इस संबंध में चर्चा की जहां उन्होंने भविष्य में इस पूरे व्यावसायिक शिक्षा को प्रदेश में बंद किये जाने की जानकारी दी है, जिससे व्यावसायिक प्रशिक्षको में काफी रोष व्याप्त है यदि इस सभी मुद्दो पर जल्द कोई निर्णय नही लिया गया तो व्यावसायिक प्रशिक्षक संगठन ने इसका विरोध प्रदर्शन करते हुए भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है। बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षा के लिए केंद्र सरकार की ओर से बजट दिया जाता है।