रायसेन न्यूज़ धमाका /// किसान ट्रैक्टर पर कृषि उपज मंडी में धान बेचने गया था। किसान पांच दिन इंतजार करता रहा। धान खरीदी का अंतिम दिन बीतने पर व्यापारी ने किसान का धान खरीदने से इंकार कर दिया। इसके बाद परेशान अन्नदाता ने खुद के ही ट्रैक्टर में पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया
मध्य प्रदेश सरकार मुखिया शिवराज सिंह खुद को किसानों हितैषी कहते हैं। लेकिन मध्यप्रदेश में किसानों की जमीनी हकीकत क्या है ये किसी से छिपी नहीं है। मध्यप्रदेश में पिछले दिनों एक किसान से 50 पैसे प्रति क्विंटल के हिसाब से प्याज खरीदने का वीडियो वायरल हुआ था। वहीं मंदसौर की कृषि उपज मंडी में उचित दाम नहीं मिलने पर किसान ने लहसुन के ढेर में पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी थी। ताजा मामला रायसेन जिले के गैरतगंज कृषि उपज मण्डी समिति का है।
डांगरवाड़ा गांव का किसान रविन्द्र जैन गैरतगंज कृषि उपज मंडी में धान बेचने गया था। मंडी में तुलाई करा रहे व्यापारी पंकज जैन किसान की धान खरीदने से मना कर दिया। जिसकी अंतिम तिथि पास होने से परेशान किसान ने अपनी धान की खरीदी ना होने से अपने ही टैक्टर में आग लगा दी।
किसान रविन्द्र जैन ने कहा कि मैं यहां पिछले 5 दिनों से धान बेचने के इंतजार में हूं। लेकिन मेरे द्वारा लाई गई धान को व्यापारी पंकज ने यह कह कर लेने से मना कर दिया की इसमें कुछ लाल दाने है। लेकिन मेरे द्वारा लाई गई धान से ज्यादा खराब धान को यहां धड़ल्ले से खरीदा जा रहा है। मैं इस प्रताड़ना से परेशान हो गया था इसलिए मैंने अपने ट्रेक्टर मे आग लगा दी।
आश्चर्य की बात तो यह है कि कृषि उपज मण्डी समिति के सर्वेयर ने जिस धान को रिजेक्ट कर दिया था इस घटना के तुरंत बाद ही धान तोलना शुरू कर दिया था। अब सवाल यह उठता है कि अगर वह धान सरकार के मापदंडों में रिजेक्ट होने लायक थी तो आखिर उसे क्यों खरीदा गया?