शास्त्र के अनुसार दीपावली के दिन मां लक्ष्मी की पूजा के साथ भगवान विष्णु की पूजा करनी बेहद लाभकारी होती हैं। इस दिन घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाने से मां लक्ष्मी बेहद प्रसन्न होती हैं।भारतवर्ष में दीपावली बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है। यह त्योहार हर वर्ष कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान श्री गणेश, कुबेर, देवता इंद्र और धन्वंतरी की पूजा की जाती है।
यह पूजा 5 दिनों तक मनाई जाती है। शास्त्र के अनुसार इस दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करने आती है। हिंदू धर्म में मान्यता है कि दीपावली के दिन यदि मां की अर्चना श्रद्धा पूर्वक करें, तो माता अपने भक्तों की सभी परेशानियों को अवश्य दूर कर देती हैं। उनके जीवन में कभी भी किसी प्रकार की परेशानियां नहीं आती है। यदि आप मां लक्ष्मी को इस दीपावली प्रश्न कर अपनी सभी मनोकामना को पूर्ण करना करना चाहते हैं, तो दीपावली के दिन उनकी पूजा करने के बाद इस मंत्र और आरती को जरूर पढ़ें।
दीपावली की आरती
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥
दीपावली पूजा मंत्र
नमस्ते सर्वगेवानां वरदासि हरे: प्रिया।
या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां या सा मे भूयात्वदर्चनात्।।’
इंद्र प्रार्थना मंत्र
ऐरावतसमारूढो वज्रहस्तो महाबल:।
शतयज्ञाधिपो देवस्तस्मा इन्द्राय ते नम:।।
कुबेर प्रार्थना मंत्र
धनदाय नमस्तुभ्यं निधिपद्माधिपाय च।
भवन्त त्वत्प्रसादान्मे धनधान्यादि सम्पद:।।
श्री लक्ष्मी महामंत्र
ॐ श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।
लक्ष्मी बीज मन्त्र
ॐ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मी नम:।।