नई दिल्ली न्यूज़ धमाका /// लखीमपुर खीरी हिंसामें किसानों को कार से कुचलने की घटना में शामिल चार अन्य आरोपियों को दबोच लिया है. इनमें एक बीजेपी नेता सुमित जायसवाल भी शामिल है, जो घटना के वक्त कथित तौर पर उस एसयूवी में सवार था. सुमित जायसवाल बीजेपी का स्थानीय नेता है, जो एक वीडियो में किसानों को कार के नीचे कुचलने वाली कार से भागता हुआ दिखाई दिया था. सुमित जायसवाल ने उल्टे अज्ञात किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा रखी है, जिसमें उनके ड्राइवर, दोस्त और दो बीजेपी हत्याओं की पीट-पीट कर हत्या कर देने का आरोप है. इस केस में आशीष मिश्रा पहले ही गिरफ्तार हैं पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि सत्य प्रकाश त्रिपाठी के पास से लाइसेंसी रिवाल्वर और तीन कारतूस भी बरामद किए गए हैं. इस केस में यूपी पुलिस गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. किसानों को कुचलने की वाली घटना के कई वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुए हैं.
इन्हीं में से एक में सुमित जायसवाल एसयूवी के अंदर से निकलकर भागता हुआ दिखाई दिया था, जिसके बाद बयानों के आधार पर उसकी पहचान हुई. सुमित का तर्क है कि किसानों की ओर से भारी पत्थरबाजी के बीच अचानक कार ने संतुलन खो दिया था और उसकी चपेट में किसान आ गए.किसानों की कुचलने वाली एसयूवी समेत कुल तीन कारों का काफिला था. इसमें से एक गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे की थी. पुलिस ने केस में आशीष मिश्रा को हत्यारोपी बनाया है, जिसकी 9 अक्टूबर को 12 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई थी. पीड़ित किसानों की ओर से जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें कहा गया है कि सबसे आगे जो कार थी, उसमें मंत्री पुत्र भी सवार था. इस मामले में यूपी पुलिस के ढुलमुल रवैये को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे फटकार लगाई थी