जिले में बच्चो के स्वास्थ्य सुपोषण एवं देखभाल के लिए 1473 आंगनबाड़ियां एवं 354 मिनी आंगनबाड़ियां संचालित की जा रही है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रो में कई केंन्द्रो में स्वयं के भवनांे का अभाव था । साथ ही इन्हें अस्थाई रूप से अन्य भवनों से संचालित किया जा रहा था । जिससे कार्यकर्ताओं को निरंतर समस्याओं का सामना करना पड़ता था। ऐेसी स्थिति को देखते कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा जिले में भवन विहीन आंगनबाड़ी केन्द्रांे का सर्वे द्वारा चिन्हित कर उन्हें मार्डन आंगनबाड़ी के रूप में विकसित करने निर्देश दिये थे। जिसके अनुसार महिला बाल विकास विभाग द्वारा सर्वे उपरान्त 270 आंगनबाड़ी केन्द्रो को नवीन भवन निर्माण के लिए चिन्हित किया था। प्राप्त सूची के अनुसार जिले अंतर्गत मनरेगा के सहयोग से 270 आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्यों का स्वीकृति आदेश जिला पंचायत कोण्डागांव द्वारा प्रदान कर दिया गया है। जिसमें महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना, महिला एवं बाल विकास विभाग एवं जिला खनिज न्यास निधि के सहयोग से आंगनबाडी भवन का निर्माण किया जाना सुनिश्चित किया गया है। जिसके अनुसार प्रति आंगनबा़ड़ी भवन निर्माण के लिए 6.45 लाख की राशि से निर्माण की तकनीकी स्वीकृति प्रदान की गई है। जिसमें प्रत्येक आंगनबाड़ी भवन में मनरेगा द्वारा 04 लाख, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 1.45 लाख एवं जिला खनिज न्यास निधि से 01 लाख रूपये प्रदान किये जायेेंगे।
जिला पंचायत द्वारा 17.41 करोड का हुआ प्रावधान- जिला पंचायत द्वारा इन आंगनबाड़ी केन्द्रों के निर्माण के लिए 17.41 करोड़ राशि का प्रावधान किया गया है। जिसमें मनरेगा द्वारा 10.80 करोड़, महिला बाल विकास विभाग द्वारा 3.91 करोड़ एवं जिला खनिज न्यास निधि द्वारा 2.7 करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है। मनरेगा द्वारा मजदूरी भुगतान के लिए प्रति भवन पर 67 हजार दिये जायेंगे। जिससे 270 आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण के लिए कुल 1.81 करोड की मजदूरी एवं सामग्री व्यय भुगतान के लिए 8.99 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
सीईओ ने बताया की- इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ देवनारायण कश्यप ने बताया की जिले में भवन विहीन कुल 270 आंगनबाड़ी केन्द्रो के लिए भवन का निर्माण किया जाना है जिसमें विकासखण्ड कोण्डागांव अंतर्गत 252, माकड़ी में 02, केशकाल में 02, फरसगांव में 01 एवं बड़ेराजपुर में 13 आंगनबाडी भवनों का निर्माण किया जायेगा। इन आंगनबाड़ी केन्द्रो को सर्वसुविधा संपन्न बनाने के साथ इनमें किचन गार्डन के लिए भी प्रावधान किया गया है। जिसके लिए सभी जनपद पंचायतों को जल्द से जल्द से स्थल के चिन्हांकन कर निर्माण कार्य प्रारंभ करने के लिए निर्देशित किया गया है।