कोण्डागांव जिले की तहसील माकड़ी बस स्टैंड के आसपास आवारा मवेशियों का झुण्ड एकत्रित होता है। रोजाना शाम को दर्जन भर से भी अधिक आवारा पशुओं का झुंड बस स्टैंड के समीप सड़कों के किनारे इकट्ठा हो जाते हैं । माकड़ी का ये चौक हमेशा भीड़ भाड़ वाला स्थल है। ऐसे में आम लोगों का आना जाना एवं वाहन चालकों के लिए बडी मुश्किल हो जाता है। इन आवारा मवेशियों के चौक में रहने से रात के अंधेरे में कई बार बड़ा हादसों की संभावना बन जाती है । रात को सड़कों पर चल रहे लोगों को भारी परेशानी भी झेलनी पड़ती है। माकड़ी में ब्लाक मुख्यालय होने के कारण लोगों का कई तरह के काम से आना जाना रहता है। और बस स्टेण्ड में हमेशा लोगों का भीड़ भाड़ बनी रहती है। इन मवेशियों से बड़ी दुर्घटना की आषंका हमेषा बनी रहती है।
रोका छेका का नहीं दिख रहा असर – छतीसगढ़ सरकार के द्वारा रोका छेका का कार्यक्रम बड़े जोरो से चलाया जा रहा है। लेकिन यह योजना माकडी में कही दिखाई नहीं दे रही है। माकडी के जिम्मेवार अधिकारियों का इस योजना की ओर कोई ध्यान नहीं है। शासन ने तो आवारा मवेशियों के रोक थाम एवं रखरखाव के लिए योजना बनाई हुई है किंतु वह सिर्फ कार्यालयो के पन्नो एवं फ़ाइल में बंद पड़ी है।
षासन की योजना का क्रियान्वयन नहीं – रोका छेका योजना गा्रमीणों क्षेत्रों में जमीनी स्तर तक नहीं पहुच पा रही है। इसलिए आज तक ऐसे ही आवारा मवेशियों का घूमना फिरना जारी है। गा्रमीणों ने बताया कि माकडी में किसी प्रकार के रोका छेका का अभियान नहीं चलाया जा रहा है। और न ही कांजी हाउस की व्यवस्था है।