रूस-यूक्रेन न्यूज़ धमाका // रूस-यूक्रेन जंग के 45 से ज्यादा दिन हो चुके हैं। इन दिनों में यूक्रेन के शहरों पर जो तबाही बरपी है उनसे पूरी मानवता को झकझोर दिया है। यूक्रेनी सेना का कहना है कि राजधानी कीव के आसपास के इलाके में 1200 शव मिले हैं।
वहीं, ऑस्ट्रिया के चांसलर कार्ल नेहमर 11 अप्रैल यानी आज मॉस्को जाएंगे। इससे पहले उन्होंने 9 अप्रैल को कीव का दौर भी किया था। युद्ध शुरू होने के बाद चांसलर कार्ल नेहमर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से मिलने वाले यूरोपियन यूनियन के पहले नेता होंगे।
जंग के बड़े अपडेट्स…
- न्यूजीलैंड 50 रक्षा बल कर्मियों के साथ C-130 हरक्यूलिस विमान यूक्रेन भेजेगा।
- यूक्रेनी रिपोर्ट्स को मुताबिक जंग में अब तक 183 बच्चों की मौत हो गई है।
- यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन में रविवार को भारी गोलाबारी की। जिसमें एक बच्चे सहित 10 नागरिकों की मौत हो गई। खार्किव के आसपास 11 अन्य घायल हो गए।
- यूक्रेनी आर्मी का दावा है कि उसने 10 अप्रैल को रूसी सेना के 3 UAV ड्रोन, 3 मिसाइल और 4 हेलिकॉप्टर मार गिराए।
- यूक्रेन के अलग अलग शहरों से 25 शवों को मुर्दाघर पहुंचाने के लिए इरपिन में एक जगह लाया गया।
- रूसी हमले के बीच मारियुपोल और लुहान्स्क से बीते रोज 2,800 से ज्यादा लोगों को निकाला गया।
- यूक्रेन की सरकार ने अलग अलग शहरों में तबाह हुए इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए 32 मिलियन डॉलर आवंटित किए।
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- युद्ध का कोई परिणाम नहीं निकले से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन बौखला गए हैं। उन्होंने यूक्रेन के क्रामटोर्स्क में रेलवे स्टेशन पर मिसाइल हमले का आदेश वाले जनरल अलेक्सांद्र डोरनिकोव को नया कमांडर नियुक्त किया है।
- यूक्रेन जंग में रूसी सैनिक बच्चों का खून बहने का डर दिखाकर लोगों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इसके लिए वे बच्चों के खिलौनों और टेडी बियर में विस्फोटक भरकर धमाके कर रहे हैं।
यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 45% से ज्यादा का नुकसान
दूसरी तरफ वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि इस साल यूक्रेन की अर्थव्यवस्था लगभग आधी हो चुकी है। 10 अप्रैल को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जंग की वजह से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था को 45% से ज्यादा का नुकसान हुआ। वहीं, दुनिया भर के प्रतिबंधों से रूस की GDP में 11.2% गिरावट का अनुमान है। वहीं, UN के मुताबिक, अब तक 45 लाख लोग यूक्रेन देश छोड़ चुके हैं। जिनमें 25 लाख से ज्यादा पड़ोसी देश पोलैंड पहुंचे हैं, जबकि बाकियों ने रोमानिया, हंगरी और मोल्दोवा का रुख किया।
यूक्रेन जंग की वजह से रूस को भी काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। यूक्रेन के कई शहर रूसी टैंकों की क्रबगाह नजर आते हैं।
बूचा नरसंहार में मारे गए लोगों के शवों को पहचान के लिए बाहर रखा गया। इस नरसंहार ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था।
डोनबास पर फिर हमले की तैयारी में रूस
यूक्रेन के जनरल स्टाफ का कहना है कि रूस डोनबास में डिफेंस लाइन को तोड़ने के लिए हमले की तैयारी कर रहा है। उनका फोकस पोपसना, रुबिजने और न्याजने जैसे शहरों को कब्जाने पर है। इसके अलावा यूक्रेनी सेना के मुताबिक, रूस खार्किव पर एक फिर से हमला करना शुरू कर सकता है।
5 अप्रैल को राजधानी कीव के पास स्थित मकारिव में रूस हमले में यूज किए गए प्रोजेक्टाइल की तस्वीर।
8 अप्रैल को रूस ने यूक्रेन के क्रामटोरस्क में रेलवे स्टेशन पर अटैक किया था। इस हमले के दौरान इस्तेमाल की गई Tochka-U मिसाइल का एक टुकड़ा।
लुहांस्क का इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह बर्बाद
लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदई का कहना है कि रूसी हमले की वजह से शहर का बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। 10 अप्रैल को भी रूसी हमले की चपेट में आकर दो रिहायशी इमारतें और एक क्लिनिक डैमेज हो गया।