इंडोर स्टेडियम के साफ-सफाई से हुई कार्यक्रम की शुरूआत। संविलियन जैसे ही महत्वपूर्ण है पूर्व सेवा अवधि की गणना, क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति सुधार व पुरानी पेंशन, लम्बित मंहगाई भत्ता है प्रमुख मांग।
कोंडागांव न्यूज़ छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के बैनर में 02 अक्टूबर को महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री के जयंती अवसर पर इंडोर स्टेडियम विकास नगर कोण्डागांव में जिलाध्यक्ष ऋषिदेव सिंह के नेतृत्व में क्रमोन्नति, पदोन्नति, वेतन विसंगति सहित मांगो को लेकर सत्याग्रह आंदोलन व स्वच्छता अभियान चलाया गया।
शिक्षकों ने की स्टेडियम में साफ सफाई
कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पूजन अर्चन से कार्यक्रम प्रारंभ करते हुए सर्वप्रथम सामुदायिक भवन व इन्डोर स्टेडियम की साफ-सफाई की गई ।
संविलियन के बाद अब महंगाई भत्ता प्रमुख मांग
संविलियन मुख्य मांग था ठीक उसी प्रकार अब सबसे महत्वपूर्ण मांग पूर्व सेवा की गणना है। सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति को पूर्व सेवा की गणना से ही दूर किया जा सकता है। पूर्व सेवा की गणना मान्य होते ही 10 वर्ष की सेवा में क्रमोन्नति वेतनमान मिल सकेगा। इससे सहायक शिक्षक को उच्च वर्ग शिक्षक का 4200 ग्रेड पे वाला वेतनमान मिलेगा, पूर्व सेवा की गणना से ही 5 वर्ष में प्रधान पाठक प्राथमिक शाला व उच्च वर्ग शिक्षक पद पर पदोन्नति मिलेगी ।मौजूद रहे ये – छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन जिला कोंडागांव के जिलाध्यक्ष ऋषिदेव सिंह, प्रदेश संगठन मंत्री चंद्रकांत ठाकुर, प्रदेश महामंत्री नीलम श्रीवास्तव, संयोजक यादवेंद्र सिंह यादव, अखिलेश राय, जिला सचिव संजय कुमार राठौर, जिला उपाध्यक्ष नरेश ठाकुर, सदाराम चतुर्वेदानी, इरसाद अंसारी, प्रदेश महिला प्रकोष्ठ मालती ध्रुव, महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष दंतेश्वरी नायडू, जिला उपाध्यक्ष सुशीला शर्मा, अनिता साहू, लीना तिवारी, आईटीसेल अशोक साहू, अनिल कोरार्म, ब्लॉक अध्यक्ष मन्नाराम नेताम, कर्ण सिंह बघेल, राम सिंह मरापी, रमेश प्रधान मौजूद रहे। जिला सचिव संजय कुमार राठौर ने कार्यक्रम का संचालन किया ।दिखानी होगी एक जुटता – कार्यक्रम के दौरान सभी पदाधिकारियों ने एकजुटता के साथ सरकार तक अपना संदेश पहुंचाते हुए कहा कि अगर हमारी पदोन्नति, क्रमोन्नति, वेतन विसंगति, पुरानी पेंशन एवं लंबित मंगाई भत्ता प्रदान नहीं किया जाता है, तो आने वाले समय में संगठन उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा ।