: स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यार्थियों को सीड मनी का वितरण किया गया।Updated: | Thu, 26 Aug 2021 11:13 AM
राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मिंटो हाल में आयोजित कार्यक्रम में मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का शुभारंभ किया। इस दौरान इन्क्यूबेशन सेंटर के माध्यम से स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करने के लिए विद्यार्थियों को सीड मनी का वितरण
मौजूद रहे य – इस दौरान राज्यपाल मंगुभाई पटेल और सीएम शिवराज ने ‘सफलता के सोपान’ पत्रिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डा मोहन यादव भी उपस्थित रहे।
कौशल देने वाली शिक्षा की अनिवार्यता होगी
सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि उच्च शिक्षा वह प्राप्त करें जिसमें सचमुच में उस क्षेत्र में कुशलता प्राप्त करनी है। दो तरह के विरोधाभास हैं एक तरफ हमको काम करने वाले स्क्लिड लोग नहीं मिलते, एक तरफ बेरोजगारों की कतार है। कौशल देने वाली शिक्षा की अनिवार्यता होगी ही। कौशल देने के जितने प्रकार हो सकते हैं उन सबका उपयोग करना है। अनेक विषय हो सकते हैं रोजगार देने वाले। सीएम ने कहा कि नागरिकता के संस्कारों से बच्चों को भर दें, वे भावुक होते हैं। महापुरुषों के बारे में जानें, जब वे शहीदों के बलिदान की गाथा पढ़ते हैं तो उनके मन में देशभक्ति जागती है।
सीएम शिवराज ने कहा, बेस्ट प्रैक्टिस का आदान-प्रदान क्यों ना करें, जो बेहतर है उसको हमको सीखना, सिखाना चाहिए। इसके साथ-साथ यूनिवर्सिटी शोध के केंद्र होने चाहिए। बिना शोध के संपूर्णता नहीं आती। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में नेशनल रिसर्च फाउंडेशन की बात कही गई है। मध्य प्रदेश में भी हम इसी तर्ज पर राज्य शोध एवं ज्ञान फाउंडेशन स्थापित करेंगे। उद्योगों की आवश्यकता समझते हुए बच्चों को तैयार करें यूनिवर्सिटी उद्योग भी जोड़े अपने साथ, ताकि हम शिक्षा को और उपयोगी बना सकें।