नेशनल लाईव स्टाॅक मिशन योजनान्तर्गत दो दिवसीय जिला स्तरीय पशु मेले में आयोजित पशु प्रदर्शनी सह प्रतियोगिता का समापन जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम द्वारा किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने पशु प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए जिले के पशुधन के स्तर के विकास के लिये किये जा रहे कार्यों की सराहना की। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ने गौठानों में पशुओं की आवक को प्रेरित करते हुए पशुओं का गोठानों में ही इलाज, टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान करने हेतु विभाग को सलाह देते हुए कहा कि राज्य शासन द्वारा किसानों को खेती के साथ-साथ पशुपालन से जोड़कर उनकी आय में वृद्धि के साथ उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। जिले के आदिवासी अंचलों में गाय, बकरी, सूकर एवं मुर्गी पालन के अनुकूल परिस्थितियां उपलब्ध है। ग्रामीण जन खेती के साथ देशी मुर्गी, बकरी, सूकर आदि को बेचकर 04 से 05 हजार रूपये तक प्रति माह अतिरिक्त आमदनी कर सकते हैं।
74 पषुपालकों ने सात तरह की स्पर्धाओं में लिया हिस्सा – इस प्रदर्शनी प्रतियोगिता के 07 प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के लिए जिले के कोने-कोने से आये 74 पशुपालकों हिस्सा लिया। जहां पशुपालको द्वारा उन्नत पशुओं की प्रदर्शनी लगाई। इस प्रदर्शनी में गिर नस्ल की गाय का वर्चस्व रहा। जिसकी सुन्दरता एवं कदकाठी ने सबका मन मोह लिया। साहिवाल, थारपारकर, मुर्रा भैंस की शुद्धता को अन्य पशुपालकों एवं ग्रामीणों ने पहली बार देखा। बकरे, भेड़ एवं बस्तर की पहचान असील मुर्गा ने प्रदर्शनी में लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। कार्यक्रम में अजोला उत्पादन, धान के पैरे के यूरिया उपचार व साइलेज बनाने की विधि का प्रदर्शन भी किया गया। पशुधन विभाग के द्वारा बनाया गया गौठान का माॅडल भी आकर्षण का केन्द्र रहा।
मछली बीज व बतख का किया गया वितरण – कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. ओमप्रकाश द्वारा इस अवसर पर जिन चयनित किसानों को मछली के बीज का वितरण एवं बत्तख वितरण किया गया ताकि जिले में समन्वित कृषि का माॅडल विकसित किया जा सके। इस कार्यक्रम में पशु चिकित्सा शिविर का भी आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान हर वर्ग में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागी कृषकों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
मौके पर मौजूद रहे ये – इस कार्यक्रम में ग्राम सरपंच मयाराम मरकाम एवं मनीशंकर देवंागन, नवीन कोटड़िया, बिन्दु शर्मा जैसे जनप्रतिनिधियों सहित विभाग की ओर से नोडल अधिकारी डाॅ. नीता मिश्रा एवं समस्त वरिष्ठ एवं कनिष्ठ पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ, समस्त पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी एवं अन्य कर्मचारी सम्मिलित हुए।