उज्जैन,न्यूज़ धमाका :-ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में आम दर्शनार्थी भगवान महाकाल के जलाभिषेक की बाट जोह रहे हैं। फिलहाल मंदिर प्रबंध समिति 1500 रुपये की रसीद पर भक्तों को गर्भगृह से जल चढ़ाने की सुविधा प्रदान कर रही है। भक्तों का कहना है कि शिवरात्रि महापर्व संपन्न हो गया है। मंदिर समिति को अब आम दर्शनार्थियों को भी जल चढ़ाने की अनुमति देना चाहिए। महाकालेश्वर मंदिर समिति ने कोरोना काल में भक्तों द्वारा भगवान महाकाल के जलाभिषेक करने पर रोक लगा दी थी।
दो साल बाद भी आम भक्तों के लिए यह प्रतिबंध जारी है। जबकि 1500 रुपये की रसीद पर गर्भगृह में प्रवेश करने वाले दर्शनार्थियों को भगवान के जलाभिषेक की सुविधा प्रदान की जा रही है। भक्तों का कहना है कि प्रदेश में कोरोना से संबंधी समस्त प्रतिबंध समाप्त कर दिए गए हैं। मंदिर में शिवरात्रि महापर्व भी सआनंद संपन्न हो गया है। ऐसे में अब आम दर्शनार्थियों को भी भगवान महाकाल का जलाभिषेक करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
अभी ये व्यवस्था, मगर जलाभिषेक नहीं
मंदिर प्रशासन ने कार्तिकेय मंडपम् में स्थाई जल पात्र स्थापित कर रखा है। इधर सभा मंडप स्थित जल द्वार पर भी आधुनिक जल पात्र लगा हुआ है। मंदिर समिति ने वर्तमान समय में दर्शन की जो व्यवस्था लागू कर रखी है, उसमें भी दर्शनार्थी सभा मंडप व कार्तिकेय मंडपम् से होकर गुजरते हैं। अगर इन दोनों जल पात्र को चालू कर दिया जाए, तो भक्त दर्शन के साथ पात्र के माध्यम से भगवान महाकाल को जल भी अर्पित कर सकते हैं। संत सत्कार समिति के भगवान शर्मा, भारत विकास परिषद् महाकाल शाखा के समन्वयक दीपक राजवानी तथा आप्टिकल एसोसिएशन के पंकज अग्रवाल ने मंदिर समिति से आम दर्शनार्थियों को यथा शीघ्र भगवान के जलाभिषेक की अनुमति प्रदान करने की मांग की है।