कोण्डागांव कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने उड़ान आजीविका केन्द्र के कार्यों की समीक्षा, तीव्र गति से उत्पादन बढ़ाने एवं निरंतर कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिये रणनीति निर्माण के लिए बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कलेक्टर ने राष्ट्रीय आजीविका मिशन बिहान एवं उद्यानिकी विभाग को मिलकर मसालों के निर्माण में प्रयुक्त होने वाले अपरिष्कृत सामग्रियों को जिले में ही उत्पादित कर इनकी आपूर्ति उड़ान में करने को कहा।
पौधा रोपण किया जायेगा – इसके लिये हल्दी, मिर्ची, धनिया, तिखुर, कटहल, नींबु, लहसुन, अदरक, आम आदि के पौधों के रोपण के लिए उद्यानिकी विभाग को कृषि विज्ञान केन्द्र कोण्डागांव के वैज्ञानिकों से सलाह लेते हुए। अच्छे किस्म के पौधों का रोपण सुनिश्चित करते हुए आगामी वर्ष के लिये भी रणनीति तैयार करने के निर्देश दिये।
षासकीय भूमि पर अतिक्रमण का ब्यौरा तैयार कर – उड़ान में उच्च गुणवत्ता के कच्चे माल की आपूर्ति के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र एवं उद्यानिकी विभाग की सहायता से गोठानों, उद्यानिकी विभाग की नर्सरियों एवं गांवों की सामुदायिक भूमियों में बड़ी मात्रा में पौधा रोपण किया जाना है। इसके अतिरिक्त राजस्व विभाग द्वारा प्रत्येक ग्राम में राजस्व निरीक्षकों, पटवारियों द्वारा शासकीय भूमि पर अतिक्रमण का ब्यौरा तैयार कर उन्हें अतिक्रमण से मुक्त कराते हुए इन भूमियों पर भी पौधा रोपण किया जायेगा। इस प्रकार उड़ान के सभी 12 प्रकार के उत्पादों के लिये कच्चे माल की आपूर्ति के लिए आजीविका केन्द्र को अन्य जिलों पर निर्भर नहीं रहना होगा। उड़ान के लिए सभी कच्चे माल जिले में ही उत्पादित किये जायेंगे।
बैठक में निम्न बातो की हुई चर्चा– इस बैठक में उड़ान आजीविका केन्द्र के उत्पादों की ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के लिए रणनीति निर्माण पर भी चर्चा की गई। जिसके तहत् सभी उत्पादों की पैकेजिंग, डिजाईनिंग, ई-काॅमर्स वेबसाईटों पर उत्पादों के पंजीकरण के लिए कलेक्टर द्वारा तिथियां निर्धारित की गई हैं। जिसके अनुसार सभी 12 उत्पादों को 07 अगस्त तक ई-काॅमर्स प्लेटफाॅर्मों पर उपलब्ध करा दिये जायेंगे। जिसके लिए उड़ान केन्द्र द्वारा तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है।
मौजूद रहे ये– इस बैठक में जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप, डीएमएम बिहान विनय सिंह, जिला आजीविका परियोजना अधिकारी पुनेश्वर वर्मा, पीएमयू डीएमएफ से शिवा चिट्टा एवं शिओना, रूर्बन की ओर से सुनील रंजन उपस्थित रहे।