गरियाबंद न्यूज़ धमाका /// देवभोग परिक्षेत्र कार्यालय प्रांगण में राज्य स्तरीय कुसमी लाख प्रशिक्षण का आयोजन वन विभाग के वन धन ईकाई द्वारा कराया जा रहा है डीएफओ मयंक अग्रवाल की मौजूदगी में लघु वनोपज संघ के उप प्रबंध संचालक अतुल श्रीवास्तव, जूनियर एक्जीक्यूटिव कोमल कंसारी के नेतृत्व में यह प्रशिक्षण लाख उत्पादन के विशेषज्ञ डॉ ए के जायसवाल द्वारा प्रोजेक्ट प्रजेंटेशन के माध्यम से कुसमी लाख के उत्पादन के हर पहलूओ को बरीकी से बताया जा रहा है. किसानों के पूछे सभी सवालों के जवाब देकर उन्हें तकनीकी खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। प्रशिक्षक घुमरापदर व खरीपथरा में कि गई कूसम पेड़ के लाख की खेती अलावा दरलीपारा में कि गई बेर पेड़ की लाख खेती का भ्रमण करवा कर खेती की बारीकियों को भी बताया गया. लाख उत्पादन को सरकार ने दिया है खेती का दर्जा सलाना 10 हजार क्वी औसत उत्पादन था
अब इसे बढावा देने किसान व महिला समूहो को विभिन्न स्तर पर प्रोत्साहित किया जा रहा है. 2022 में लाख प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना देवभोग में हो जाएगी. एक पेड़ में अब तक ढाई से तीन क्वीन्टल पैदावरी होती थी. तकनिकी खेती से उत्पादन 5 क्वी तक पहूच सकेगा प्रदेश के जगदलपुर, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर,धमतरी, जशपुर, भानु प्रतापपुर,धरमजयगढ़, कांकेर,कोरबा समेत 12 वनमण्डल के लगभग 200 कृषक के अलावा देवभोग परिक्षेत्र के 12 समिति सदस्य व प्रबन्धको को तकनीकी पद्धति से कुसमी लाख की खेती करने का तरीका बताया गया