जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में बेरोजगार युवाओं को रोजगार के नये साधन उपलब्ध कराने के लिये जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। इसके तहत् संवेदनशील ग्राम बेचा में सामाजिक कार्यकर्ता एवं आयुषकर्मी प्रकाश बागड़े द्वारा मांग किये जाने पर कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार मार्च एवं अप्रैल के दौरान भास्कर फाउण्डेशन के द्वारा जिला पंचायत की अनुमति से प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के अंतर्गत 19 युवाओं का राजमिस़़्त्री प्रशिक्षण सम्पन्न कराया गया। जिसके पश्चात् कोरोना के प्रभाव को रोकने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं का कौशल परीक्षा एवं प्रमाण पत्र देने का कार्य नहीं हो पाया था। जिसे कलेक्टर के निर्देश पर अगस्त माह में कराने के लिए पहल की गई है।
नदी पार कर परीक्षा लेने पहुचे पर्यवेक्षक – 11 अगस्त को प्रशिक्षण कौशल परीक्षा के पर्यवेक्षकों द्वारा बेचा जाने का निर्णय लिया गया। परन्तु मार्ग में आने वाली नदी में उफान आ जाने से जाना संभव नहीं लग रहा था। परन्तु प्रशिक्षकों द्वारा नदी को पैदल पार करने का निर्णय लिया गया। जिसके बाद उफनती नदी को पार कर प्रशिक्षक बेचा पहुंचे। जहां सभी 19 युवाओं की कौशल की परीक्षा ली गई। इसके साथ ही सभी 19 युवाओं को प्रमाण पत्र भी प्रदान किये गये। प्रशिक्षण एवं प्रमाण पत्र प्राप्ति के उपरांत युवाओं में उत्साह देखा गया। युवा अब जिले में निर्माण कार्यों में योगदान एवं शासकीय-अशासकीय कांट्रेक्ट कार्यों में भवन निर्माण में अपना योगदान देने के लिए उत्सुक हैं।