बलौदाबाजार न्यूज़ धमाका /// शिवनाथ नदी में गिरे युवक सुरेश उर्फ लल्लू साहू का शव करीब 40 घंटे बाद शनिवार दोपहर मिल गया। सभी युवक एक छठी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए दगौरी गांव में सूरज साहू के घर आए हुए थे। सभी गुरुवार शाम करीब 6 बजे घूमने के लिए निकले। वे शिवनाथ नदी पर बने रेलवे पुल पर पहुंच गए। वहां से घूमते हुए सभी आगे तक निकल गए।
इस दौरान नितेश मरावी, पुरुषोत्तम साहू, रमेश साहू और धर्मेद्र साहू वहां से लौटने लगे। तभी बिलासपुर की ओर जा रही कोविड स्पेशल ट्रेन ट्रैक पर आ गई। यह देख चारों ने बाहर की ओर कूद कर जान बचाई, लेकिन पुल पर जगह नहीं होने के कारण श्रवण साहू और दसरू साहू ट्रेन की चपेट में आ गए थे। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। जबकि 4 अन्य दोस्तों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई थी।
जिस जगह पर घटना हुई, वहां नदी काफी गहरी है। इसके चलते टीम को मशक्कत करनी पड़ रही थी। काफी कोशिशों के बाद भी जब सुरेश का पता नहीं चला तो शनिवार को रायपुर और बलौदाबाजार से SDRF की टीम बुलाई गई। इसके बाद से दोनों टीमें संयुक्त रूप से सर्चिंग ऑपरेशन चला रही थीं।
शिवनाथ नदी में डूबे सुरेश की तलाश के लिए भाटापारा ग्रामीण थाना पुलिस के साथ ही नगर सेना, गोताखोर और ग्रामीण रेस्क्यू गुरुवार रात करीब 1 बजे से अभियान चला रहे थे। दोपहर में सुरेश का शव टीम को मिल गया। सुरेश किराना व्यापारी था। उसकी 4 साल और 6 माह की दो बेटियां हैं। हादसा भाटापारा के ग्रामीण थाना क्षेत्र के गुड़ाघाट रेलवे ट्रैक पर हुआ था। यह इलाका बिल्हा और भाटापारा बार्डर पर है।