
दुर्ग न्यूज धमाका – छत्तीसगढ़ के भिलाई में ऑनलाइन सट्टा और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट से जुड़ा एक बड़ा खुलासा हुआ है। दुर्ग पुलिस की एसीसीयू (Anti-Crime and Cyber Unit) टीम ने शनिवार को दो अलग-अलग कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि गिरफ्तार आरोपियों में शिवसेना युवा विंग भिलाई जिलाध्यक्ष आकाश राजपूत भी शामिल है।
‘महादेव सट्टा ऐप’ के जरिए चलता था अवैध कारोबार
पुलिस जांच में सामने आया है कि आकाश राजपूत अपने सहयोगी धर्मेंद्र निर्मलकर के साथ मिलकर ‘महादेव सट्टा ऐप’ के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा चला रहा था। दोनों आरोपी सट्टा से अर्जित रकम को प्रॉपर्टी डीलिंग की आड़ में सफेद धन में बदलने की साजिश रच रहे थे।
इस पूरे मामले में नंदिनी थाना क्षेत्र से कार्रवाई की गई, जहां से दोनों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से बैंक खाते, मोबाइल फोन और डिजिटल ट्रांजैक्शन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।
साइबर फ्रॉड में म्यूल अकाउंट का उपयोग
एक अन्य कार्रवाई में सुपेला थाना क्षेत्र में पुलिस ने सुधीर साव को गिरफ्तार किया। उस पर आरोप है कि उसने अपने साले शिव कुमार साव के बैंक खाते का इस्तेमाल साइबर ठगी के लिए किया, जिसमें ₹30,000 की अवैध रकम जमा कराई गई थी। इस खाते का उपयोग म्यूल अकाउंट के रूप में किया जा रहा था, जिससे धोखाधड़ी की रकम आगे ट्रांसफर होती थी।
बैंकों के माध्यम से सट्टे की रकम का लेन-देन
एसीसीयू प्रभारी डीएसपी अजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने कई बैंकों के खातों का उपयोग सट्टेबाजी की कमाई को वैध रूप देने और लेन-देन छुपाने के लिए किया। पूछताछ में धर्मेंद्र निर्मलकर ने यह स्वीकार किया कि उसने अपना एचडीएफसी बैंक खाता शिवसेना नेता आकाश राजपूत को सौंपा था, और उसे इस बात की जानकारी थी कि इसका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों में किया जाएगा।
आगे की कार्रवाई जारी
पुलिस इन खातों से जुड़े डिजिटल ट्रेल, ट्रांजैक्शन हिस्ट्री और अन्य साक्ष्यों की मदद से पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि इस रैकेट में और भी राजनीतिक व व्यावसायिक लोग शामिल हो सकते हैं। मामले की गहन जांच जारी है।
पुलिस का संदेश:
ऑनलाइन सट्टा, म्यूल अकाउंट और साइबर फ्रॉड जैसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आमजन से अपील है कि संदिग्ध बैंकिंग गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।